
overbridges: इंदौर शहर के इतिहास में विकास का एक नया अध्याय जुड़ गया है। दो घंटे में 222 करोड़ रुपए की लागत से बने चार ओवर ब्रिज का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोकार्पण किया। फूटी कोठी ओवर ब्रिज के लोकार्पण समारोह में उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि शहर में 25, 30 या 35 चौराहों पर ओवर ब्रिज बनाना पड़े तो हम बनाएंगे, जिसकी ये शुरुआत है। इंदौर में कोई भी चौराहा ऐसा नहीं होगा, जहां ट्रैफिक फंसेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को फूटी कोठी व भंवरकुआं चौराहा के पूर्ण ओवर ब्रिज और खजराना व लवकुश चौराहा के ओवर ब्रिज की एक-एक भुजा का लोकार्पण किया। फूटी कोठी ओवर ब्रिज का नाम संत सेवालाल महाराज के नाम पर करने की घोषणा भी की। ब्रिज शुरू होने से ट्रैफिक सुगम होगा। सबसे ज्यादा फायदा भंवरकुआं चौराहा से गुजरने वालों को मिलेगा।
चारों ओवर ब्रिज शुरू होने से सात लाख वाहन चालकों को राहत मिलेगी, जो रोज चौराहा पार करने के लिए जद्दोजहद करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर के यातायात को लेकर योजना बनी है। विकास की यात्रा रोकने वाले सारे अवरोध हटाने के लिए हम संकल्पित हैं, इसलिए लगातार अपना इंदौर आगे बढ़ते-बढ़ते चारों दिशाओं में प्रसिद्धि पा रहा है। एक तरफ महाकाल तो दूसरी तरफ ओंकारनाथ हैं, जो आशीर्वाद दे रहे हैं।
ब्रिज लोकार्पण के दौरान शिलालेख पर फूटी कोठी ओवर ब्रिज लिखा था, जिस पर बंजारा समाज नाराज हो गया और संत सेवालाल के नाम पर करने को लेकर नारेबाजी करने लगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भाषण में बंजारा समाज की जमकर तारीफ की और कहा कि कोठी तो गई भाड़ में कोठा भर दिया आपने। फूटी कोठी किसने देखी, जिसके भाग फूटे वो याद करे। यहां तो संत सेवालाल का जयकारा करो। उन्होंने समाज के संत गोपाल चैतन्य महाराज, संत सेवालाल महाराज के वंशज संत शेखर महाराज, संत विष्णु बापू और संत सुखदेव चैतन्य महाराज का भी अभिनंदन किया।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सीवरेज लाइन के प्रोजेक्ट को मंजूर करने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच से घोषणा कर दी कि 400 करोड़ की लागत से सीवर का काम का शुरू होगा ताकि यहां पानी भरने की समस्या और बाद में जो कठिनाई आती है, दोनों हल होगी।
Updated on:
15 Oct 2024 08:02 am
Published on:
15 Oct 2024 08:01 am
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