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Mp election 2023: हर चुनाव में सुर्खियों में रहती है ये विधानसभा क्षेत्र, छोटी सभाओं से तय होती थी हार-जीत

इंदौर। एक समय इंदौर की राजनीति की धुरी दो नंबर विधानसभा रही है। कपड़ा मिलों के बाहर चौपाल और छोटी सभाओं से हार-जीत तय होती थी। 1980 के बाद मिलें बंद हो गईं, लेकिन विधानसभा सुर्खियों में रहती है।

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mp election 2023

पिछले दो चुनाव में भाजपा ने यहां से सर्वाधिक वोटों से जीतने का रिकॉर्ड बनाया। विधानसभा क्षेत्र में विजय नगर व स्कीम-78 जैसे पॉश इलाके हैं तो बड़ी संख्या में मध्यमवर्गीय परिवार भी निवास करते हैं। मालवा मिल से नंदा नगर तक कभी जाने से लोग डरते थे, लेकिन अब यहां नया सराफा बाजार बन गया है।

यहां भाजपा से विधायक रमेश मेंदोला फिर मैदान में हैं तो कांग्रेस से नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष ङ्क्षचटू चौकसे हैं। नगर निगम चुनाव में वर्षों बाद कांग्रेस ४ वार्ड जीती तो २ वार्डों में करीबी मुकाबला रहा। महापौर को 43 हजार मतों से जीत मिली। पार्षदों का आंकड़ा जोड़ें तो कांग्रेस 31 हजार से ही हारी। इस गणित के साथ चौकसे ताकत लगा रहे हैं। मेंदोला और उनकी टीम भी दावा कर रही है कि निगम में जो वार्ड हारे थे, वे विधानसभा में जीतेंगे और पिछले चुनाव से लीड भी बढ़ाएंगे। इस विधानसभा क्षेत्र में चुनावी मुद्दे कम और वर्चस्व का संघर्ष ज्यादा नजर आ रहा है।

चुनाव के मुख्य मुद्दे

भाजपा

पानी की समस्या दूर करना।
आइटी पार्क में स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना।
अवैध बस्तियों को वैध करना।

कांग्रेस

विधानसभा क्षेत्र का
संपूर्ण विकास।
गुंडागर्दी से क्षेत्र को मुक्ति दिलाना।
रोजगार एवं व्यवसाय का माहौल देना।
बनना चाहिए ओवर ब्रिज

मतदाताओं का कहना है कि सडक़ें तो हैं, लेकिन यातायात की समस्या है। ओवर ब्रिज बनाकर इसे हल किया जा सकता है। दिलीप वाजपेयी व वीरेंद्र ठाकुर का कहना है कि पानी की समस्या बहुत हद तक हल हो गई है, लेकिन अब भी जो परेशानी है, उसे दूर होना चाहिए। वीरेंद्र जोशी व पवन अहिरवार का कहना है कि क्षेत्र का विकास कराने के साथ सुख-दुख में साथ रहने वाला जनप्रतिनिधि चाहिए। राहुल शर्मा व रवि शंकर का कहना है कि क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर मिलने चाहिए।