MP News: इंदौर में राजीव गांधी प्रतिमा से निरंजनपुर के बीच 11.5 किमी के बीआरटीएस को खत्म करने का फैसला हो चुका है। रेलिंग व बस स्टैंड हटाने से पहले नगर निगम ने सड़क चौड़ीकरण का फैसला किया है, जिसको लेकर सर्वे कराया गया। इसमें तीन निजी संपत्ति सामने आई है तो बाकी सभी बाधक सरकारी हैं। उन्हें दूर करते ही दोनों तरफ की सड़क 100-100 फीट चौड़ी होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा के बाद जबलपुर हाईकोर्ट ने राजीव गांधी प्रतिमा से निरंजनपुर चौराहे के बीच बने बीआरटीएस को हटाने का आदेश जारी किया। नगर निगम टेंडर जारी कर बीआरटीएस को हटाने की तैयारी कर रहा है तो महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर सड़क को मास्टर प्लान के हिसाब से बनाना तय हुआ। योजना के हिसाब से बीआरटीएस के सेंटर से दोनों तरफ 100-100 फीट चौड़ी सड़क बनना है।
इसे लेकर सर्वे कराया गया जिसकी रिपोर्ट आ गई। तीन निजी संपत्तियां आ रही हैं जिन्हें निगम को हटाना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। इसके अलावा बाधक सभी संपत्तियां सरकारी हैं जिसमें सिर्फ निगम को जमीन लेकर बाउंड्रीवॉल बनाकर देना होगी। ये सड़क इतनी चौड़ी हो जाएंगी और बीआरटीएस हट जाएगा तो सबसे सुगम मार्ग हो सकता है। महापौर भार्गव ने सर्वे रिपोर्ट के बाद अफसरों को शासन से सैद्धांतिक मंजूरी लेने और डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
बीआरटीएस पर लगी संपत्ति से कमाई को लेकर नगर निगम ने टेंडर जारी किया था जिसमें न्यूनतम बोली तीन करोड़ रुपए लगाई गई थी। किसी भी ठेकेदार ने रुचि नहीं दिखाई जिसके बाद अब नगर निगम अब एक बार फिर कीमत कम करके टेंडर जारी करने जा रही है। ये प्रक्रिया जल्दी होगी।
सड़क को चौड़ा करने में नगर निगम को करीब 85 करोड़ रुपए का खर्च आता है। इतनी बड़ी राशि को लेकर निगम योजना बना रहा है कि राज्य शासन से कम से कम मदद लेना पड़े। लोन लेकर भी निगम ये सड़क बना सकता है जिसकी किस्त सड़क पर लगने वाले विज्ञापनों से होने वाली आय से चुकाई जा सकती है।
100-100 फीट चौड़ी सड़क करने के दौरान तीन निजी संपत्ति के अलावा कुछ लोगों ने सेटबैक की जमीन पर पार्किंग बना रखी है। उसका भी कुछ हिस्सा लिया जाएगा। इसके अलावा कुछ धार्मिक स्थल भी है जिनका रास्ता आपसी सहमति से खोला जाएगा।
Published on:
14 Jun 2025 07:48 am