
mp news: मध्यप्रदेश के इंदौर में वाट्सएप ग्रुप में महिला तहसीलदार पर दो पटवारियों ने अभद्र टिप्पणी कर दी। तहसीलदार भी ग्रुप में जुड़ी हैं। जब महिला तहसीलदार ने अपने ऊपर की गई इन टिप्पणियों को पढ़ा तो वो बिफर गईं। पटवारियों ने ताबड़तोड़ मैसेज डिलीट कर दिए, लेकिन तहसीलदार का गुस्सा शांत नहीं हुआ। शिकायत के बाद कलेक्टर ने दोनों पटवारियों को सस्पेंड कर भू-अभिलेख में अटैच कर दिया है।
जिस वाट्सएप ग्रुप में महिला तहसीलदार पर अभद्र टिप्पणी की गई वो तहसीलदार, आरआइ व पटवारियों का है। इस ग्रुप में सांवेर में पदस्थ पटवारी धर्मेंद्र गुप्ता ने एक तहसील का नाम लिखकर पूछा कि यहां तहसीलदार कौन हैं? इस पर राऊ में पदस्थ पटवारी चेतन उपाध्याय ने अभद्र टिप्पणी कर दी। उस पर धर्मेन्द्र गुप्ता ने फिर कोई प्रतिक्रिया दी। दोनों पटवारियों को पता नहीं था कि तहसीलदार भी ग्रुप में हैं। तहसीलदार ने चैट का स्क्रीन शॉट ले लिया। जब तहसीलदार बिफरीं तो पटवारी सकते में आ गए। दोनों ने तत्काल पोस्ट डिलीट कर दिए लेकिन तहसीलदार ने ग्रुप एडमिन को बुलाकर नाराजगी जाहिर की तो दोनों पटवारियों को ग्रुप से बाहर कर दिया गया।
महिला तहसीलदार ने स्क्रीन शॉट के आधार पर दोनों पटवारियों की शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह से की। इस पर कलेक्टर आशीष सिंह ने पटवारी धर्मेन्द्र गुप्ता व पटवारी चेतन उपाध्याय को सस्पेंड कर भू-अभिलेख शाखा में अटैच कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि वाट्सएप ग्रुप पर सार्वजनिक रूप से वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ दुर्भावनापूर्वक टिप्पणी की गई, जो मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम के खिलाफ है। सस्पेंड रहने के दौरान दोनों को जीवन निर्वहन भत्ते की पात्रता रहेगी।
Published on:
01 Jun 2025 05:30 pm
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