
इंदौर. एमवायएच परिसर में दो दिन पहले देर रात हुए गोलीकांड के बाद अब एक बार फिर इन्हें अस्पताल परिसर से खदेडऩे की कवायद शुरू हो गई है। अस्पताल परिसर के बाहर खड़ी इन एम्बुलेंस चालकों का रूबाब न सिर्फ मरीजों के परिजन पर बल्कि अस्पताल के अंदर स्टॉफ पर भी देखा गया है। अस्पताल के अंदर किसी मरीज के आते ही उसे अन्य अस्पताल ले जाने के लिए एक पुरा गिरोह जमा हो जाता है। यहां तक कई बार यह स्टॉफ पर अपनी दादागीरी दिखाने पर आमदा हो जाते हैं। कई बार अस्पताल का स्टॉफ निजी एम्बुलेंस चालकों की दादागीरी की लिखित शिकायत भी अस्पताल प्रबंधन से कर चुका है, लेकिन फिर भी इन्हें हटाने की सारी कवायद फेल साबित हुई।
कोरोना काल में भी जमकर की वसूली
कोरोना काल की दूसरी लहर अप्रेल-मई के दौरान अस्पताल में मरीजों को अस्पताल तक ले जाने में भी एंबुलेंस चालकों ने जमकर मनमानी की। इसमें सबसे ’यादा मनमानी एमवायएच के बाहर खड़े होने वाले निजी वाहन चालकों की सामने आई थी। इसके बाद प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए इन्हें यहां से खदेड़ा था। इसके कुछ दिनों बाद ही फिर से इन वाहन चालकों ने एमवायएच परिसर में अपना कब्जा जमा लिया। अस्पतालों में आने वाले मरीजों से लेकर शवों तक को ले जाने के लिए ये एम्बुलेंस चालक फिर से मनमानी बरतने लगे।
अभी भी जारी मनमानी
इन एम्बुलेंस चालकों ने शवों को अस्पताल से श्मशान तक पहुंचाने वाले शव वाहनों के संचालकों ने मनमाने दाम वसूली पीडि़त परिवार का कष्ट बढ़ाती है। लगातार शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने किलोमीटर के हिसाब से दरें तय की है। फिलहाल कोरोना संक्रमण तो काबू में आ गया, लेकिन ये एम्बुलेंस चालक अब भी तय दरों से अधिक पैसे वसूल रहे हैं।
यह है नियम
जिला प्रशासन द्वारा तय नियमों के अनुसार पहले 10 किलोमीटर के लिए 250 रुपए लिए जा सकते हैं, लेकिन एम्बुलेंस संचालक एमवाय से श्मशान घाट जाने के &00 से 500 रुपए तक मांग रहे हैं। शहर के अधिकतर श्मशान घाट एमवायएच से 10 किलोमीटर में हैं। गाइड लाइन अनुसार 10 किमी के बाद प्रति किलोमीटर 20 रुपए लिए जा सकते हैं, लेकिन इसका भी पालन नहीं किया जा रहा है।
अस्पताल प्रबंधन कई बार कर चुका सख्ती
मामले में अस्पताल प्रबंधन द्वारा कई बार इन एम्बुलेंस चालकों को परिसर से बाहर किया जा चुका है, लेकिन कुछ दिन बीतते ही ये वापस परिसर में अपना अड्डा जमा लेते हैं। इनमें कुछ चालक तो ऐसे हैं, जो अस्पताल के अंदर आकास्मिक चिकित्सा केंद्र तक अपनी पैठ बनाए हुए हैं। रात में आने वाले मरीजों को ये यहां से शिफ्ट करने में मनमानी बरतते हैं।
अब पुलिस से मांगी मदद
शुक्रवार देर रात हुए गोलीाकांड के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अब इन एम्बुलेंस चालकों को अस्पताल से खदेडऩे के लिए एक बार फिर पुलिस से मदद मांगी है। इसके पहले भी अस्पताल प्रबंधन ने इस संबंध में पुलिस को पत्र लिखे हैं। एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने इन एम्बुलेंस मालिकों व चालकों के दस्तावेज जांच कर उन्हें परिसर के बाहर करने के लिए थाना प्रभारी संयोगितागंज को भी पत्र भेजा है।
Published on:
24 Jan 2022 02:25 am
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