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सीमांकन के झगड़े मिटाएगी नई रोवर मशीन

बदलेगी व्यवस्था, भू अभिलेख विभाग देगा राजस्व निरीक्षक-पटवारी को नए सिस्टम की ट्रेनिंग

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सीमांकन के झगड़े मिटाएगी नई रोवर मशीन

सीमांकन के झगड़े मिटाएगी नई रोवर मशीन

मोहित पांचाल
इंदौर। सीमांकन को लेकर होने वले विवाद अब जल्द ही खत्म हो जाने वाले हैं। अब भारत सरकार की जीएनएसएस रोवर मशीन से नपती होगी। इस नए सिस्टम के टावर सभी जगह लग गए हैं। राजस्व निरीक्षक व पटवारियों को मशीन चलाने की ट्रेनिंग भी जल्द ही दी जाने वाली है।

जमीन को लेकर सबसे ज्यादा झगड़े सीमांकन को लेकर होते हैं। इसी में सबसे ज्यादा जादूगरी भी होती है। पहले पटवारी के नक्शे पर जोड़-घटाव होता था, लेकिन एक दशक पहले सरकार ने सभी नक्शों को ऑनलाइन कर दिया। साथ में टीसीएम मशीन से नपती शुरू कर दी गई। इसके बावजूद सीमांकन के दौरान विवाद की स्थिति बन जाती है। पटवारी से लेकर तहसीलदार तक का अमला कलाकारी करने से भी बाज नहीं आता है। इसके चलते सीमांकन के प्रकरण भी ढेर सारे लंबित हो जाते हैं। अब ये स्थिति जल्द ही खत्म होने वाली है।

केंद्र सरकार के सर्वे ऑफ इंडिया ने जमीन की नपती को लेकर एक सिस्टम तैयार कर दिया है। पूरे देशभर में जीएनएसएस रोवर सिस्टम के टॉवर लगा दिए गए हैं जो 90 किलोमीटर का एरिया कवर करेंगे। सभी तहसीलों में रोवर सिस्टम की छड़ी व रिमोर्ट दे दिए जाएंगे। जहां की नपती होगी वहां पर जैसे ही सिस्टम को ऑन किया जाएगा उस जगह का ऑनलाइन नक्शा पेश कर देगा।

उसके बाद छड़ी नक्शे के अनुरूप निशान लगाती जाएगी। गलत होने पर वह संदेश दे देगा कि किस तरफ और कितना जाना है। कुछ ही समय में नक्शे अनुरूप सीमांकन हो जाएगा। गौरतलब है कि इंदौर में साढ़े पांच हजार आवेदन सीमांकन के लंबित हैं। इस पर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने नाराजगी जाहिर की थी। साथ में निर्देश दिए कि जल्द से जल्द उनका निराकरण किया जाए। एक माह में दो हजार आवेदनों के निराकरण करने का लक्ष्य दिया गया है।

ऐसे चलेगा सिस्टम
सीमांकन का आवेदन आने के बाद राजस्व निरीक्षक व पटवारी को जांच दी जाएगी। उन्हें छड़ी व टीवी रिमोट जैसी रोवर मशीन दी जाएगी। मौके पर पहुंचने पर गांव व सर्वे नंबर मशीन में डाला जाएगा। उसके बाद ओटीपी नंबर एसएलआर के पास जाएगा जिसके डालते ही मशीन शुरू हो जाएगी। मौके पर जमीन की सीमाओं पर छड़ी को लगा दिया जाएगा। गलत होने पर मशीन खुद ब खुद बता देगी। बाद में सिस्टम पर सीमांकन रिपोर्ट डालने पर ऑनलाइन डाटा फीड हो जाएगा। सारे सीमांकन का डाटा इक_ा होता जाएगा।

शुरू होगी मास्टर ट्रेनिंग
जिला प्रशासन ने जीएनएसएस रोवर मशीन के प्रशिक्षण का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। 10 मई से तीन दिनी ये प्रशिक्षण शिविर राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण शाला कनाडिय़ा रोड पर होगा। उसमें सभी तहसीलों से तीन-तीन राजस्व निरीक्षक व पटवारी को मास्टर ट्रेनिंग दी जाएगी। जीएनएसएस रोवर मशीन का टॉवर गंजी कंपाउंड स्थित निर्वाचन के कार्यालय बाहर लगा है।