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इंदौर। खाद्य विभाग त्योहारी सीजन में भी सुस्त नजर आ रहा है। रक्षाबंधन आने में अब मात्र 5 दिन बचे हैं, लेकिन अभी तक शहर में मिठाइयों की दुकानों पर कोई सैंपलिंग नहीं की जा रही है। पिछले कई महीनों से बाजारों में कहीं भी खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की जांच पड़ताल या छानबीन की कार्रवाई होते नजर नहीं आई है। इतना ही नहीं इस माह में सावन महीने के साथ अब 11 अगस्त को रक्षाबंधन, 15 अगस्त, जन्माष्टमी और फिर अंत में गणेश चतुर्थी जैसे बड़े त्यौहार आ रहे हैं। बावजूद बाजारों में विभाग की ओर से खाने-पीने की दुकानों पर जांच नहीं हो रही है। इससे शहर में मिलावटखोरी जैसे कारनामे बढ़ने लग जाते हैं। शहर में बड़ी संख्या में लोग खानपान के शौकीन हैं।
मिठाईयों की बढ़ती है बिक्री
रक्षाबंधन जैसे त्योहारी सीजन में शहर की मिठाई दुकानों से बिक्री बढ़ जाती है। सभी बहनें अपने भाइयों को मिठाई खिलाकर की रक्षा सूत्र बांधती हैं। ऐसे में विभाग को सक्रियता से दुकानों पर जाकर सैंपलिंग करना चाहिए। ताकि स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो।
दिखावे की कार्रवाई करते हैं अधिकारी
शहर में कार्रवाई के नाम पर अधिकारी दिखावा करते नजर आते हैं। कार्रवाई नहीं करने के चलते त्योहार सीजन में कई मुनाफाखोर व्यापारी लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर नकली मावा, नकली ड्रायफूटसे मिठाई बनाते हैं और उन्हें बाजारों में खपाते हैं।
3 साल में भी फूड लैब अधूरी
तीन साल से साढ़े चार करोड़ की लागत से बनाए जा रहे नवीन फूड लैब का काम पूरा नहीं हुआ है। बिल्डिंग तैयार है, लेकिन मशीनें और फिनिशिंग का काम बचा है। लैब नहीं होने के कारण अभी जो भी सैंपल लिए जाते हैं उन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा जाता है। कई बार यहां से रिपोर्ट आने में महीने भर का समय भी लग जाता है।
धर्मेंद्र सोनी, खाद्य विभाग अधिकारी का कहना है कि सैंपल लिए जा रहे है। लेकिन कोई बड़ी खामी नहीं मिली है।
Published on:
08 Aug 2022 06:07 pm
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