
फोटो सोर्स: पत्रिका
MP News:मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से सर्वाधिक टैक्स राजस्व जाता है। यहां बड़ी संख्या में करदाता और कर सलाहकार सक्रिय हैं, लेकिन कई बार करदाताओं को जीएसटी स्कीम की जानकारी ही नहीं होती या फिर जीएसटी प्रावधानों में हुए बदलावों से वे अनजान रहते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए अब हर तीन महीने में जीएसटी से जुड़ा आउटरीच प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा।
यह निर्णय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दिल्ली के अधिकारी देबज्योति दास ने लिया। उन्होंने यह आश्वासन इंदौर टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन (टीपीए) की ओर से रखी गई मांग के बाद दिया। टीपीए अध्यक्ष सीए जेपी सराफ ने बताया कि संस्था ने भोपाल में सीबीडीटी अधिकारी से मुलाकात कर मांग रखी थी कि इंदौर जैसे बड़े करदाता केंद्र में समय-समय पर जीएसटी से जुड़े आउटरीच प्रोग्राम आयोजित किए जाएं। इन कार्यक्रमों में आयकर और जीएसटी से संबंधित ताजा प्रावधानों, स्कीम और बदलावों की जानकारी करदाताओं तक सीधे पहुंचेगी।
आउटरीच प्रोग्राम से करदाताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान होगा और कर सलाहकारों के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होंगे। प्रोग्राम में करदाता, टैक्स प्रैक्टिशनर्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स शामिल होंगे और उन्हें सीधे प्रधान आयकर आयुक्त और टीम से संवाद करने का अवसर मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक और कारोबारी केंद्र में यह पहल कर अनुपालन बढ़ाने और पारदर्शिता लाने में मदद करेगी।
Published on:
18 Aug 2025 03:42 pm
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