(मित्तल दंपत्ती जिनकी हत्या हुई है।)
इंदौर। लसूडिय़ा इलाके में बनी अपोलो डीबी सिटी में एक बुर्जुग दंपत्ती की हत्या कर दी गई। दोनो की लाश फ्लैट में मिली है। चाकू से सीने, गले पर कई बार वार कर नृंशस हत्या की गई है। महिला को तो दूसरे कमरे में मारने के बाद घसीटकर पति के कमरे में लाया गया। घर में रखा कीमती सामान सुरक्षित मिला है। पुलिस अब जांच में जुटी है कि हत्या की वजह क्या है।
टीआई लसूडिय़ा आरडी कानवा ने बताया कि रविवार दोपहर 12.30 बजे निपानिया स्थित अपोलो डीबी सिटी के ओरम 2 ब्लॉक में हत्या की जानकारी मिली। यहां फ्लैट नंबर 205 में रहने वाले श्रीचंद मित्तल (74) और पत्नी शांति मित्तल (68) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। श्रीचंद के सीने व गले पर वार दिए गए जबकि शांति मित्तल के गले में चाकू मारे गए। श्रीचंद मित्तल को पैरालिसिस था। वो बिस्तर से उठ नहीं पाते थे। उन्हें सोते समय ही मारा गया। जबकि इसके पास वाले कमरे में पत्नी शांति की हत्या की गई। बाद में शव को घसीटकर पति के कमरे में लाया गया। यहां जमीन पर महिला का शव मिला।

घर में किसी भी सामान को छूआ नहीं गया। अलमारी भी लॉक थी। उनकी चॉबियां भी सुरक्षित रखी हुई थी। अलमारी में रखे करीब 50 हजार रुपए व तीन लाख रुपए कीमत के जेवर पूरी तरह सुरक्षित थे। इन्हें पुलिस ने परिवार के लोगो को सौंपा। शांति मित्तल के दो मोबाइल फिलहाल गायब है। मौके पर एसपी मोनिका शुक्ला, एएसपी राकेश सिंह, सीएसपी अजय जैन, एफएसएल प्रभारी बाबूसिंह मंडलोई पहुंचे। क्राइम ब्रांच ने भी घर में जांच की। कानवा ने बताया कि अज्ञात आरोपित के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जा रहा है। दोनो शवो को एमवाय अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। परिवार के आने पर संभवत सोमवार को उनका अंतिम संस्कार होगा।
जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर जब 12 बजे नौकरानी सपना अटूट काम के लिए घर आई तो काफी देर तक बेल बजाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इस पर सपना को शंका हुई। शनिवार को भी 12.30 बजे काम पर आई तब भी दरवाजा नहीं खुला था। दोपहर 1.45 बजे फिर वो लौटी तो कई बार बेल बजाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला था। वो दम्पत्ति की बेटी अंजलि के घर गई और उन्हें सब बताया।
सपना ने मां के दोनों नंबर पर फोन किया लेकिन दोनों ही बंद आए। गड़बड़ लगने पर पति अतुल के साथ वो फ्लैट पर आई। काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो सिक्युरिटी गार्ड को बुलाया गया। बाद में ऊपर के फ्लैट नंबर 305 से रस्सी के सहारे कर्मचारी सोनू परमार को फ्लैट की बालकनी में उतारा गया। उसने दरवाजा खोला तो सभी लोग अंदर आए। यहां कमरे में दम्पत्ति को लहूलुहान देखकर बेटी अजंलि रोने लगी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।