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Online Fraud: मोबाइल नंबर बंद है तो UPI अकाउंट से भी हटा दें, नहीं तो खाली हो सकता है खाता !

-छत्तीसगढ़ में मृतक का मोबाइल नंबर जिसे अलॉट हुआ-उसने नेट बैंकिंग से उड़ा दिए नौ लाख

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Online Fraud

इंदौर। आप बैंक खाते व पेमेंट एप से जुड़ा अपना मोबाइल नंबर लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करते और ऐसे में टेलीकॉम कंपनी इसे अन्य उपभोक्ता को दे देती है तो बड़ी धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ में लाखों की ऑनलाइन धोखाधड़ी में फरार आरोपी को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर लंबे समय तक बंद होने पर उसे कंपनी ने आरोपी को अलॉट कर दिया था। इस सिम कार्ड का गलत इस्तेमाल कर उसने नेट बैंकिंग के जरिए बैंक खाते से लाखों रुपए निकाल लिए।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी कुशल खत्री निवासी गोमतेश्वर नगर के खिलाफ थाना सिविल लाइन, बिलासपुर में धोखाधड़ी का केस दर्ज है। फरियादी की पेंशन और उनकी पुत्री का पैसा स्टेट बैंक खाते में जमा था। खाते से पुत्री का मोबाइल नंबर जुड़ा हुआ था। पुत्री की मौत होने पर ये नंबर लंबे समय तक बंद रहा तो इस नंबर की सिम आरोपी को अलॉट हो गई। आरोपी ने बैंक से जुड़े इस नंबर से योनो ऐप डाउनलोड कर नेट बैंकिंग की और नौ लाख रुपए निकाल लिए। आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई बिलासपुर पुलिस कर रही है।

तुरंत 7049124445 पर कॉल करें

-बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर की जानकारी अवश्य रखें।

-मोबाइल नंबर उपयोग नहीं करने या सिम कार्ड बंद कराने से पहले आप उससे जुड़ी नेट बैंकिंग को बंद कराएं। इसके लिए संबंधित बैंक जाएं।

-खाते से जुड़ा नंबर लंबे समय तक बंद रहने पर कंपनी उसे अन्य व्यक्ति के नाम अलॉट कर देती है। इससे बैंक खाते में धोखाधड़ी, सोशल मीडिया आइडी हैक होने की आशंका रहती है।

-घटना होने पर नजदीकी थाने व क्राइम ब्रांच साइबर हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर संपर्क करें।

-निमिष अग्रवाल, क्राइम ब्रांच डीसीपी