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पति ने मांग भरकर विदा किया, जाते-जाते 4 जिंदगी रोशन कर गई मनीषा

Organ Donation : 44 वर्षीय महिला मनीषा राठौर का एक दुर्घटना के बाद ब्रेनडेड हो गया था। परिजन ने अंगदान का फैसला लिया। इसके बाद उनके पति ने माथे पर बिंदिया लगाई और मांग भरकर विदा किया। अब 4 लोगों को उनकी आंखें और किडनी दान की गईं।

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Organ Donation

Organ Donation :मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में रहने वाली 44 वर्षीय मनीषा राठौर ने दुनिया को अलविदा कहते हुए 4 लोगों के जीवन को रोशन कर दिया। दरअसल, बीते दिनों मनीषा एक दुर्घटना में गंभीर घायल हो गई थीं। उन्हें गंभीर हालत में गुरुवार को शाजापुर से इंदौर के अपोलो सीएचएल अस्पताल में भर्ती किया गया था। लेकिन, सिर में गंभीर चोटें होने के कारण इलाज के दौरान मनीषा का ब्रेन डेड हो गया। परिवार ने जब अंगदान का फैसला लिया। इसके बाद मनीषा के पति ने अस्पताल के बेड पर ही उनके माथे पर बिंदी लगाई और मांग भरकर उन्हें विदा किया। ये नजारा अस्पताल में मौजूद जिस किसी ने भी देखा उसके आंसू रुक नहीं सके।

सीएचएल के चिकित्सकों ने मनीषा के परिजन को ब्रेनडेड होने के बाद अंगदान की जानकारी दी। मनीषा की बेटी ने दुख की इस घड़ी में भी दूसरों को जीवन दान कराने का फैसला लिया। इसके बाद मनीषा की दोनों किडनी और आंखें 4 लोगों को दान की गईं।

58वीं बार शहर में बना ग्रीन कॉरिडोर

इसके लिए शुक्रवार शाम को शहर में 58वीं बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इंदौर सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के अध्यक्ष और संभागायुक्त दीपक सिंह, सचिव डॉ. संजय दीक्षित, मुस्कान ग्रुप पारमार्थिक ट्रस्ट के जीतू बगानी और संदीपन आर्य ने ऑर्गन डोनेशन की प्रक्रिया पूरी कराई।

इस तरह बने दो ग्रीन कॉरिडोर

पहला ग्रीन कॉरिडोर शाम 6.45 बजे केयर सीएचसी अस्पताल से राजश्री अपोलो अस्पताल के लिए बनाया गया। 6.52 बजे एंबुलेंस राजश्री अपोलो पहुंची। वहीं, दूसरा ग्रीन कॉरिडोर केयर सीएचएल अस्पताल से शाम 6.45 बजे बनाया गया। एंबुलेंस शाम 6.50 बजे एमिनेंट अस्पताल पहुंची। ग्रीन कॉरिडोर के जरिए पहला 7 मिनट और दूसरा ऑर्गन अस्पतालों तक पहुंचाई गई।