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इंदौर

फरारी में भी यह गुंडा जाता था पुलिस थाने और अफसरो से मिलने

पुलिस मेहरबान तो गुंडा पहलवान….हवाई फायर के बाद भी नहीं हुआ केस दर्ज

इंदौरAug 12, 2019 / 02:18 pm

हुसैन अली

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फरारी में भी यह गुंडा जाता था पुलिस थाने और अफसरो से मिलने

इंदौर. नाबालिग को मुंह कमोड में डालकर प्रताडि़त करने वाले गुंडे मुख्तियार पर कभी पुलिस का खौफ नहीं रहा। हवाई फायर करने के बाद उसके फुटेज आए, लेकिन पुलिस ने केस तक दर्ज नहीं किया। इसके पहले दो युवकों की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में भी वह फरारी के दौरान ही तत्कालीन सीएसपी से मिलकर निकल गया। थाने का स्टाफ उसे नहीं पकड़ सका। धोखाधड़ी मामले में भी पुलिस उसे पकडऩे गई तो एसआई ने उन्हें बुला लिया।
विजय नगर इलाके के स्वर्णबाग कॉलोनी निवासी गुंडे मुख्तियार खान ने कुछ समय पहले इलाके में हवाई फायर किए थे। इसके वीडियो फुटेज सामने आने के बाद भी तत्कालीन अफसरों ने मामले में लीपापोती कर महज अदमचेक काट दिया। न तो मुख्तियार को पकड़ा और न उससे पिस्टल के बारे में पूछताछ की गई। इसके बाद उसने बेटे से विवाद करने पर इलाके के दो युवकों के साथ बेरहमी से मारपीट की। रात एक बजे उन्हें घर से निकालकर डंडे से पीटा।
इसका भी वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने केस दर्ज किया। कई दिन तक वह मामले में फरार रहा। इसी दौरान तत्कालीन सीएसपी के ऑफिस मिलने पहुंचा और कुछ देर यहां रुकने के बाद थाने से निकल भी गया। विजय नगर पुलिस को भनक तक नहीं लगी। इसके पांच दिन बाद वह थाने में पेश हो गया। तत्कालीन जांचकर्ता एसआई सरदार सिंह ने उसकी गिरफ्तारी लेकर तुरंत कोर्ट में पेश भी कर दिया, जहां से जमानत हो गई।
विधायक भी कर चुके हैं फोन
मुख्तियार को पुलिस के साथ नेताओं का भी पूरा संरक्षण है। सबसे पहले उसके खिलाफ मारपीट का एक केस दर्ज हुआ। मामले में पुलिस उसे ढूंढ़ ही रही थी कि तब एक विधायक ने उसकी तलाश में लगे सिपाही को फोन लगाकर कहा, वह जमानत करवा लेगा, उसकी तलाश मत करो। पता चला है कि मुख्तियार एक अन्य कुख्यात गुंडे के भी संपर्क में था, जो अवैध कब्जे में उसको सपोर्ट करता था।
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फरारी में एसपी ऑफिस के भी लगाए चक्कर

नए अफसरों की पोस्टिंग के बाद जब मुख्तियार की जमावट नहीं बनी तो वह एक एसपी के ऑफिस में रोज चक्कर लगाने लगा। उन्हें बताया कि मेरे बेटे पर जानलेवा हमला करने वाले फिर से धमका रहे हैं। मेरे खिलाफ झूठा केस दर्ज कराना चाहते हैं। तब एसपी ने उसे सीएसपी विजय नगर के पास भेजा। इस तरह उसने फिर जमावट करने की कोशिश शुरू की, लेकिन सफल नहीं हुआ। खास बात यह है कि इस दौरान भी वह विजय नगर थाने के धोखाधड़ी मामले में फरार था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
बडऩगर में महिला की जमीन पर कब्जा

बडऩगर की एक महिला रविवार को विजय नगर थाने पहुंची। उसने बताया कि पति की मौत हो चुकी है। उसकी ५२ बीघा जमीन पर मुख्तियार ने कब्जा कर रखा है। विरोध करने पर धमकाता है। इसी डर से महिला कहीं शिकायत नहीं कर सकी। जब पता चला कि मुख्तियार पर पुलिस ने कार्रवाई की है तो वह शिकायत करने आई। टीआई तहजीब काजी को महिला ने अपनी परेशानी बताई। इस मामले में भी पुलिस अब बडऩगर पुलिस से संपर्क कर जमीन से कब्जा हटाने का प्रयास कर रही है।
टीआई ने कॉलर पकड़ जमीन पर पटक दिया

मुख्यितार पर सबसे पहले मो. अकरम ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। उसे पकडऩे जब पुलिसकर्मी राजू मंडलोई व राजपूत उसके घर पहुंचे तो एक एसआई ने उन्हें फोन कर वापस बुला लिया। बाद में वह बयान देने थाने आ गया। एक सिपाही ने इसकी जानकारी टीआई तहजीब काजी को दी तो वे अपने केबिन से बाहर निकले। मुख्तियार को कॉलर पकड़ कर हवा में उठाया फिर जमीन पर पटक दिया। फरारी में थाने आ जाने पर वे नाराज थे। बाद में जब उन्होंने मुख्तियार का मोबाइल देखा तो उसमें नाबालिग को प्रताडि़त करने के ऐसे वीडियो मिले कि वे दंग रह गए। अफसरों तक मामला पहुंचा तो केस दर्ज हुआ।

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