
Ram Navami
इंदौर/कृष्णपुरा छत्री। आज राम नवमी है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का प्राकट्य दिवस। आज आपको ऐसे राम मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां श्रीराम परिवार के साथ ही भगवान शिव के भी दर्शन होते हैं। इस मंदिर में कई विशिष्टताएं समाहित है। दोना-पत्तल वाली गली के सामने वाली मुख्य सड़क पर प्राचीन वनखंडी राम मंदिर स्थित है। मुख्य सड़क से ही प्रभु राम के दर्शन होते हैं। श्रीराम का यह मंदिर अनोखा है क्योंकि यहां श्रीराम और भगवान शिव के एक साथ दर्शन होते हैं। ऐसा बहुत कम मंदिरों में देखने में आता है।
स्पेशल ऑक्डर किए जाते हैं वस्त्र
भगवान श्रीराम माता जानकी और लक्ष्मण सहित विराजमान हैं। भक्त हनुमान प्रभु के चरणों में विराजमान हैं। करीब 300 साल पुरानी ये प्रतिमाएं मार्बल की हैं। 300 साल प्राचीन मार्बल की हैं। हाथों में धनुष-बाण हैं। इन प्रतिमाओं के लिए वस्त्र स्पेशल ऑर्डर पर बनते हैं क्योंकि रेडीमेड वस्त्र काम नहीं आते।
सेवा में लगी है तीसरी पीढ़ी
मंदिर के पुजारी हरीशचंद्र त्रिवेदी ने बताया कि पहले पिता सिद्धेश्वर त्रिवेदी ने मंदिर में प्रभु राम की सेवा की। उनके बाद 12 वर्ष की उम्र से प्रभु की सेवा में लगा। प्रभु सेवा करते हुए 65 वर्ष हो चुके हैं। तीसरी पीढ़ी भी सेवा में लगी हुई है। प्राचीन काल में वन ही वन थे। इसलिए इसका नाम वनखंडी राम मंदिर पड़ा। पहले यह मंदिर राजवाड़ा के प्राचीन वनखंडी हनुमान मंदिर के ठीक सामने था। वहां महाराजा तुकोजीराव ने लाइब्रेरी बनवाई जिस कारण रामजी को यहां एमजी रोड पर स्थापित किया गया।
प्राचीन वनखंडी हनुमान वहीं रह गए भक्तों की सेवा से संचालित मंदिर का जीर्णोद्धार होना है। शिखर निर्माण भी होना है। मंदिर में आसपास के क्षेत्र से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। विशेषकर राम नवमी पर, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। दीपावली पर अन्नकूट होता है। भगवान शिव का अभिषेक-पूजन भी होता है।
Published on:
30 Mar 2023 05:13 pm
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