27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सायबर ठगों ने निकाला ठगी का नया तरीका

लोगों की जेब खाली कर रहा इंटरनेट का प्रेमजाल

2 min read
Google source verification

इंदौर

image

Ramesh Vaidh

Mar 09, 2021

सायबर ठगों ने निकाला ठगी का नया तरीका

सायबर ठगों ने निकाला ठगी का नया तरीका

इंदौर. सायबर ठगों ने अब ठगी का नया तरीका निकाला है। पहले तो वो पोर्न वेबसाइट तैयार करते हंै, फिर उस पर विजिट करने वाले सब्स्क्राइबर की जानकारी चुराते हैं। चुराई हुई जानकारी से यह पता लगाया जाता है किस ई-मेल के माध्यम से वेबसाइट पर विजिट किया गया। इसके बाद उक्त ई-मेल पर ठगों द्वारा पोर्न देखने की जानकारी सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए रुपए ऐंठते हंै। इस तरह के मामले अब शहर में भी बढ़ रहे हैं।
राज्य सायबर सेल इंदौर जोन के एसपी जितेंद्र सिंह बताते हैं कि अपराधी विदेशी सर्वर से पोर्न वेबसाइट तैयार करते हंै। उस वेबसाइट में एक विकल्प होता है, जिसके चलते वहां विजिट करने वाले सब्स्क्राइबर की जानकारी उनके पास पहुंच जाती है। इसके बाद वे उक्त जानकारी में से यह देखते हंै कि किस ई-मेल के माध्यम से साइट पर विजिट किया। उसका स्क्रीन शॉट लेने के बाद आरोपी सब्स्क्राइबर को ब्लैकमेल करते हुए उनकी जानकारी सार्वजनिक करने की धमकी देते हंै।
5 हजार से 50 हजार तक की मांग
पहले ठग पांच हजार रुपए की मांग करते हैं। जब उनके पास रुपए पहुंच जाते हैं तो वे फिर वे अपनी डिमांड धीरे-धीरे बढ़ाते हंै। कुछ लोग तो पांच हजार से पचास हजार रुपए तक ठगों को दे चुके हंै। शहर में 16 साल के नाबालिग से लेकर 35 साल के युवक इसका शिकार हुए हंै। उनकी शिकायत हमें मिली है। जिस पर इन्वेस्टिगेशन चल रहा है।
नामी क्रिकेटर भी हुआ शिकार
इस तरह की ठगी का शिकार एक राज्यस्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी भी हुआ है। साथ ही शहर के एक बड़े उद्योगपति, मल्टीनेशनल कंपनी के एचआर, बड़े फर्नीचर व्यापारी सहित कई लोगों ने अपनी शिकायत राज्य सायबर सेल में दर्ज कराई है।
बदनामी से डर से शिकायत नहीं
जितेंद्र सिंह बताते हैं शहर के टीन एजर्स इस तरह की ठगी के शिकार ज्यादा हुए हैं, जो शिकार हुए हैं वे भी अच्छे घरों से संबंध रखते हैं। वहीं एसपी बताते हैं कि कुछ तो हमें शिकायत मिली हंै, लेकिन बहुत से ऐसे भी होंगे, जो बदनामी के डर के चलते हम तक नहीं पहुंचे होंगे।
हनी ट्रेप का पार्ट-2
एसपी जितेंद्र सिंह बताते हैं कि पोर्न साइट के साथ ही अश्लील वीडियो चेट के माध्यम से भी ठगी का गोरखधंधा चल रहा है। ठगोरे पहले फेसबुक और सोशल साइट्स से प्रतिष्ठित लोगों की जानकारी निकालते हैं। इसके बाद फेसबुक या व्हाट्सएप के जरिए युवतियां वीडियो चेट करती हंै। पहले तो चेट सामान्य होती है इसके बाद अश्लील बातें कर उन्हें अपने जाल में फंसाती हंै। युवती वीडियो में नग्न अवस्था में आने के बाद चेट करने वाले युवक को भी कपड़े उतराने के लिए प्रेरित करती है। इसके बाद इस चेटिंग के स्क्रीन शॉट ले लिए जाते हैं और फिर ब्लैकमेलिंग शुरू हो जाती है।
चार टीमें करती हैं काम
1. ब्लैकमेलिंग कर पैसा बुलवाती है।
2. मजदूरों के बैंक अकाउंट खुलवाती है। इनमें ही पैसा बुलवाया जाता है। मजदूर को 10 हजार पर एक हजार रुपए कमीशन मिलता है।
3. एटीएम से पैसे ट्रांसफर कर इस तरह से ट्रांजेक्शन करती है कि यह किसी की नजर में
न आए।
4. किसी के भी पकड़े जाने पर वकीलों को अरेंज करती है और उन्हें छुड़ाने का काम करती है।