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21 टन लोहे के कबाड़ से तैयार किया गया राम मंदिर, 20 मजदूरों ने 90 दिनों में पूरा किया काम

90 दिनों में 21 टन वेस्ट से बनी श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति का लोकार्पण

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ayodhya ram mandir

इंदौर। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। इसी क्रम में इंदौर के विश्रामबाग में लोहे के स्क्रैप से श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति का सीएम डॉ मोहन यादव ने बुधवार शाम लोकार्पण किया। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सभी विधायक, एमआइसी सदस्य और अन्य मौजूद रहे।

अनावरण अवसर पर 21 हजार दीपक जलाए गए तो आतिशबाजी भी की गई। मौके पर श्रीराम मन्दिर की प्रतिकृति बनाने वाले कलाकारों का सम्मान भी किया गया। यह प्रतिकृति 21 टन लोहे के कबाड़ से तैयार की गई। प्रतिकृति 24 फीट ऊंची, 40 फीट लंबी और 27 फीट चौड़ी है। सीएम डॉ. मोहन ने पीएम नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से वेस्ट टू आर्ट, वेस्ट टू वेल्थ के इस प्रकल्प के लिए भी प्रशंसा की।

प्रकाश पर्व पर पहुंचे मुख्यमंत्री

श्री गुरु गोबिंदसिंह महाराज का प्रकाश पर्व पर बुधवार को खालसा स्टेडियम में मुख्य दीवान सजा था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन भी पहुंचे। माथा टेकने के बाद कीर्तन से जुड़े। श्री गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष रिंकू भाटिया ने उनकाा स्वागत कर प्रतिक चिन्ह भी भेंट किया। इससे पहले वे रणजीत हनुमान मंदिर दर्शन करने भी पहुंचे।

बड़े गणपति पर मत्था टेका, राममय दिखा रोड शो

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शाम 5.5 बजे बड़ा गणपति पहुंचे। लोगों का अभिवादन करते हुए वे मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। बड़े गणपति मंदिर में मत्था टेककर मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने पूजन किया। रोड शो पूरी तरह से राममय दिखाई दिया। सबसे पहले बैंड इसके बाद अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति दिखाई दी। यादव करीब सवा पांच बजे रथ पर सवार होकर आगे बढ़े और मंचों से स्वागत का सिलसिला शुरू हुआ।