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700 किलो कबाड़े से युवक ने बना डाली शानदार कार, दूर दूर से देखने आ रहे लोग

इंदौर के कारीगर ने अजब कारनामा करते हुए 700 कि.ग्राम कबाड़ की मदद से शानदार एंबेसडर कार बनाई है।

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700 किलो कबाड़े से युवक ने बना डाली शानदार कार, दूर दूर से देखने आ रहे लोग

इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का नाम हम आए दिन कुछ न कुछ अलग करने के लिए सुनते रहते हैं। फिर भले ही वो स्वच्छता के क्षेत्र में रिकॉर्ड हो या रिसाइक्लिंग में नंबर-1 हो। इंदौर आए दिन अपने नाम कोई न कोई उपलब्धि करता रहता है। यही कारण है कि, प्रदेश का व्यापारिक हंट होने के साथ साथ कुछ अलग हटकर करने में भी शहर का नाम चर्चा में बना रहता है। इंदौर का नाम एक बार फिर चर्चा में गया है। इसकी वजह बने हैं शहर के एक कलाकार।

दरअसल, शहर के एक कलाकार ने कबाड़ से जुगाड़ यानी रिसाइकल कर एक अनूठी कार तैयार की है। इस कार को तैयार करने में कबाड़ का 700 किलो लोहा और 400 किलो ऑटोमोबाइल के कबाड़ के पार्ट्स का इस्तेमाल किया गया है।

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कबाड़ से बनी कार देखने दूर दूर से आ रहे लोग

कबाड़े को खूबसूरत एंबेसडर कार बनाने वाले 47 वर्षीय सुंदर गुर्जर देवगुराड़िया के दूधिया गांव निवासी हैं। सुंदर गुर्जर अनूठे म्यूरल्स मेकिंग के लिए शहरभर में काफी मशहूर हैं। किसी दौर में शान की सवारी कही जानेवाली एंबेसडर कार को यादगार बनाने के लिए उन्होंने शानदार प्रयोग किया है। सुंदर गुर्जर ने पुरानी एंबेसडर कार को करीब 700 किलो नट बोल्ट और कबाड़ से बेहद आकर्षक बना दिया है। कबाड़ से कार बनाने में जहां उन्होंने दिन रात अथक मेहनत की, जिसका नतीजा ये है कि, अब दूर दूर से लोग उनकी कार को निहारने पहुंच रहे हैं।

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कार बनाने में 700 किलो कबाड़े का लोहा इस्तेमाल किया

कार बनाने वाले सुंदर गुर्जर का कहना है कि, एंबेसडर कार बनाने के लिए शुरु का एक महीना समझने में लग गया। जब समझ में आ गया तो पूरा करने में तीन महीने की कड़ी मेहनत लगी। सुंदर के अनुसार, एंबेसडर ही बनाने की वजह ये है कि, मौजूदा समय में ये कार विलुप्त होने की कगार पर हैं, लेकिन इसके शौकीनों की अब भी कोई कमी नहीं है। इसलिए सोचा गया कि क्यों ना इसे फिर सहेजा जाए. सुंदर बताते हैं कि टिकाऊ रखने के लिए 700 किलो कबाड़ की नट-बोल्ट की मदद से अद्भुत कार आखिरकार तैयार हो गई।

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