
जलमहल में विराजे वेंकटेश बालाजी, देर रात तक दर्शन के लिए उमड़े भक्त
इंदौर। एयरपोर्ट रोड विद्याधाम स्थित श्री पद्मावती वेंकटेश देवस्थान तरह-तरह के फूलों की खुशबू से महक उठा। दो मंजिला फूल बंगला सजाया गया और जलमहल में विराजे प्रभु वेंकटेश बालाजी के दर्शन के लिए देर रात तक भक्त उमड़े। पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा।
बुधवार को कुंद के फूलों से बने झरोखे, झूमर का आभास कराती गुलाब से बनी लटकने और केले के तनों पर आर्किड वेंकटेश बालाजी के अद्वितीय शृंगारित बांके बिहारी स्वरूप भक्तों को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के फूल बंगले की याद दिला रहा था। ब्रह्मोत्सव में सजाए गए फूल बंगले में दर्शन के लिए एक तरफ से कतार में दर्शन कर गुजरते गए। फूल बंगले के आसपास पूना से लाई गई प्राकृतिक घास और वृक्षों पर बैठी चिडिय़ा व उनकी चहचहाहट व खाई का दृश्य एक जंगल का अहसास दे रहे थे। बारिश का दृश्य जल में महल होने का अहसास करा रहा था। स्वामी केशवाचार्य महाराज के सानिध्य में पोत्दार परिवार मुंबई, अजय सोडानी, महेश शर्मा परिवार ने भगवान वेंकटेश बालाजी का पूजन किया। उसके बाद फूल बंगले के दर्शन के लिए पट खोले गए। इस दौरान द्वारकादास मंत्री के सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल में चार चांद लगा दिए।
गोदा रंगनाथ कल्याण उत्सव - गुरुवार को प्रात: 10 बजे से भगवान श्री वेंकटेश बालाजी का बाना, मंदिर परिसर से निकलेगा। वहीं तोरण 11:30 बजे लगेगा एवं विवाह उत्सव (कल्याण उत्सव) 12 बजे से प्रारंभ होगा। इसके लिए सुबह के सत्र में गोदा रंगनाथ के विवाह के मंगल गीत गाए व मेंहदी, हल्दी की रस्म भी हुई। वहीं एक नृत्य नाटिका के माध्यम से गोदा चरित्र भी खेला गया। बधाईयां बांटीं गईं। इस अवसर पर सलोनी काबरा, गोविंद अग्रवाल, मनोहर सोनी, रानी साबू, बलराम मंत्री मौजूद थे।
रथयात्रा - गुरुवार को शाम 4:30 बजे से भगवान श्री वेंकटेश की रथयात्रा भजन मंडलियों के साथ सीताश्री रेसीडेंसी मोहताबाग, एरोड्रम रोड से निकलेगी जिसमें घोड़े, गाडिय़ां, बग्घियां एवं बैण्ड भी शामिल होंगे।
Published on:
10 Jan 2019 04:16 am
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