
RIL AGM 2020 Jio-Google Deal to announce 7.7 pc stake for Rs 33737 cr
नई दिल्ली। रिलायंस की 43 वीं एजीएम ( Reliance Industries 43rd AGM ) को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) ने बड़ी घोषणा की। मुकेश अंबानी ने गूगल और जियो डील ( Google Jio Deal ) को हरी झंडी दिखा दी है। गूगल जियो 7.7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी। कुछ दिन पहले क्वॉलकाम की ओर से जियो में निवेश की घोषणा की थी। अब तक जियो में गूगल को मिला 14 निवेशक आ चुके हैं। जिन्होंने करीब 1.50 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर दिया है। करीब आधा दर्जन कंपनियों की ओर से मुकेश अंबानी को रुपया भी मिल चुका है। जिसमें फेसबुक भी शामिल है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर गूगल को लेकर मुकेश अंबानी ने क्या कहा और किस तरह की घोषणाएं की।
गूगल खरीदेगी जियो में हिस्सेदारी
तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए मुकेश अंबानी की ओर से गूगल और जियो की डील की घोषणा का दी। गूगल जियो में 33737 करोड़ रुपए करेगा। जिसके बाद जियो की उसके पास 7.7 फीसदी हिस्सेदारी आ जाएगी। फेसबुक के बाद गूगल जियो में दूसरा सबसे बड़ा बाहरी हिस्सेदार हो जाएगा। रिलायंस की 43वीं एजीएम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए उन्होंने कहा गूगल के साथ स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप की घोषणा की। उन्होंने बताया कि गूगल के साथ मिलकर 4 जी और 5 जी स्मार्टफोन तैया किए जाएंगे, जोकि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड होंगे। आपको बता दें कि जियो में गूगल को मिलाकर अब तक 14 कंपनियां जियो में निवेश कर चुकी हैं। जिससे जियो को 1.50 लाख करोड़ रुपए के करीब निवेश मिल चुका है।
जियो मीट 50 लोगों ने किया डाउनलोड
अंबानी ने 10 हजार लोगों को संबोधित करते हुए कहा मौजूदा समय काफी संकटों से भरा है। उन्हें उम्मीद है कि भारत इस संकट से जल्द ही उबर जाएगा। उन्होंने बताया कि जियो मीट के लांच होने के बाद अब तक 50 लाख यूजर्स इसे डाउनलोड कर चुके हैं। इस ऐप को जियो की युवा टीम ने विकसित किया है। मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो ने घरेलू तकनीक से 5जी सॉल्यूशन विकसित करते हुए दूसरे देशों में निर्यात किया जाएगा। अंबानी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को समर्पित करते हुए कि जियो फाइबर से 10 लाख से ज्यादा घर जुड़ चुके हैं। उनके अनुसार जियो,राइट्स इश्यू और बीपी से 2,12,809 करोड़ रुपए कमा लिए हैं।
आरआईएल ने दिया सबसे ज्यादा जीएसटी
मुकेश अंबानी के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से सरकार को सबसे ज्यादा जीएसटी दिया गया है। आंकड़ों की मानें तो रिलायंस की ओर से करीब 69372 करोड़ रुपए का जीएसटी दिया है। वहीं आरआईएल की ओर से पिछली बार 8 हजार करोड़ से ज्यादा इनकम टैक्स भरा है। मुकेश अंबानी के अनुसार कंपनी लगातार जीएसटी और इनकम टैक्स भरने के मामले में रिकॉर्ड बना रही हैं। हम सरकार के साथ देश को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं।
कर्जमुक्त होने का वादा किया पूरा
मुकेश अंबानी के अनुसार कोरोना वायरस जैसे संकट के दौर में रिलायंस और जियो दुनिया के दिग्गजों से निवेश जुटाने में सफल हुर्ठ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल ब्रांच जियो प्लेटफॉर्म में कंपनी को 22 अप्रैल से 12 जुलाई तक कुल 25.24 फीसदी की हिस्सेदारी की बिक्री से 1,18,318.45 करोड़ रुपए का निवेश मिला है. इसके अलावा कंपनी ने अपने मौजूदा शेयरधारकों को राइट इश्यू जारी कर 53,124 करोड़ रुपए और भी जुटाए हैं। जिसकी बदौलत कंपनी को कर्जमुक्त होने में काफी मदद मिली है। आपको बता दें कि मुकेश अंबानी ने साल के अंत तक कर्जमुक्त होने का वादा किया था, लेकिन कंपनी की ओर से 6 महीने पहले ही टारगेट को पूरा कर लिया।
Updated on:
15 Jul 2020 05:18 pm
Published on:
15 Jul 2020 03:47 pm
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