कैसे आया ये आइडिया
Ra Vino Industries के मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश सोनी ने पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि भारत जैसे देश में गाय के गोबर को शुभ माना जाता है। और बीआइएस के नियमों के मुताबिक किसी भी प्रोडक्ट में 23 फीसदी तक जानवर के मल का उपयोग किया जा सकता है। सोनी जो कि खुद माइक्रोबॉयलाजी के छात्र रह चुके हैं, उनका मानना है कि इस तरह के प्रोडक्ट्स सेहत के लिए तो फायदेमंद है साथ ही साथ आपके जीवन के बेसिक से भी जुड़ें हैं। इसी सोच के साथ उमेश सोनी ने साल 2012 में इस क्षेत्र में कदम रखा। उनकी फ्लैगशिप कंपनी Ra Vino Industries काउपैथी ब्रांड के नाम से इसकी बिक्री करती है। काउपैथी को शुरू करने से पहले उमेश सोनी ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू किया था। इसके तहत वो कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करते थे।
Ra Vino Industries के मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश सोनी ने पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि भारत जैसे देश में गाय के गोबर को शुभ माना जाता है। और बीआइएस के नियमों के मुताबिक किसी भी प्रोडक्ट में 23 फीसदी तक जानवर के मल का उपयोग किया जा सकता है। सोनी जो कि खुद माइक्रोबॉयलाजी के छात्र रह चुके हैं, उनका मानना है कि इस तरह के प्रोडक्ट्स सेहत के लिए तो फायदेमंद है साथ ही साथ आपके जीवन के बेसिक से भी जुड़ें हैं। इसी सोच के साथ उमेश सोनी ने साल 2012 में इस क्षेत्र में कदम रखा। उनकी फ्लैगशिप कंपनी Ra Vino Industries काउपैथी ब्रांड के नाम से इसकी बिक्री करती है। काउपैथी को शुरू करने से पहले उमेश सोनी ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू किया था। इसके तहत वो कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करते थे।
इतने देशों में होता है एक्सपोर्ट
कम समय में ही उमेश सोनी का यह आइडिया चल पड़ा। सोनी ने पत्रिका को बताया कि आज भारत ही नहीं बल्कि यूक्रेन, रूस, अमेरिका, सिंगापुर समेत कई देशों में उनके प्रोडक्ट की डिमांड है। भारत की बात करें तो काउपैथी के सभी प्रोडक्ट्स की भारत में काफी मांग बढ़ रही है।
कम समय में ही उमेश सोनी का यह आइडिया चल पड़ा। सोनी ने पत्रिका को बताया कि आज भारत ही नहीं बल्कि यूक्रेन, रूस, अमेरिका, सिंगापुर समेत कई देशों में उनके प्रोडक्ट की डिमांड है। भारत की बात करें तो काउपैथी के सभी प्रोडक्ट्स की भारत में काफी मांग बढ़ रही है।
ऑनलाइन भी मिलता है प्रोडक्ट
सोनी ने बताया कि काउपैथी के सभी प्रोडक्ट्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हैं। काउफैथी के प्रोडक्ट्स के लिए सोनी ने कुल चार पेटेंट कर रखे हैं। काउपैथी के गोबर से बने साबुन की कीमत 35 रुपए है। इस साबुन की भारत समेत 13 देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है।
सोनी ने बताया कि काउपैथी के सभी प्रोडक्ट्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हैं। काउफैथी के प्रोडक्ट्स के लिए सोनी ने कुल चार पेटेंट कर रखे हैं। काउपैथी के गोबर से बने साबुन की कीमत 35 रुपए है। इस साबुन की भारत समेत 13 देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है।
5 करोड़ का टर्नओवर
बेहद कम समय में इस स्टार्टअप ने अपना एक अलग मुकाम बना लिया है। आज इस कंपनी का कुल टर्नओवर 5 करोड़ के पार है। कंपनी का लक्ष्य कुछ सालों में कुछ औऱ नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करना है। साथ ही वो अपने बिजनेस में प्रत्येक साल 40 फीसदी ग्रोथ दर्ज करना चाहते हैं।
बेहद कम समय में इस स्टार्टअप ने अपना एक अलग मुकाम बना लिया है। आज इस कंपनी का कुल टर्नओवर 5 करोड़ के पार है। कंपनी का लक्ष्य कुछ सालों में कुछ औऱ नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करना है। साथ ही वो अपने बिजनेस में प्रत्येक साल 40 फीसदी ग्रोथ दर्ज करना चाहते हैं।