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कोरोना संकट के बीच Tractors की मांग में इजाफा, ऑटो कंपनियों को नजर आई Recovery की उम्मीद

locationनई दिल्लीPublished: May 19, 2020 11:23:31 am

Submitted by:

Pragati Bajpai

ट्रैक्टर्स की बढ़ती मांग ने जगाई उम्मीद
लोग लगातार कर रहे हैं ट्रैक्टर के बारे में पूछताछ
हर दिन के साथ बढ़ रही है मांग

tractors demand increased

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नई दिल्ली: कोरोना संकट की वजह से अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खराब है लेकिन इन्हीं हालातों में अब कृषि से उम्मीदें बढतीं नजर आ रही है। दरअसल तेजी से बढ़ती फर्टिलाइजर्स ( Fertiliser Sales Increase ) और बीजों की मांग, अच्छे मानसून की संभावना ने कृषि क्षेत्र से उम्मीदें बढ़ा दी। इसका सीधा फायदा ट्रैक्टर्स की मांग पर देखने को मिल रहा है ।

उत्पादन बढ़ाएंगी कंपनियां-

ट्रैक्टर्स की बढ़ती मांग ( Demand for Tractors ) ने इनकी आपूर्ति को कम कर दिया है। दरअसल कोरोना लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्रियों में टैक्टरों का उत्पादन कम हो रहा था लेकिन अब बढ़ती मांग को देखकर महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ( Mahindra and Mahindra ) ने उत्पादन बढ़ाने के लिए डबल शिफ्ट में काम करने का ऐलान किया है वहीं SONALIKA और Escorts जैसी कंपनियों का मानना है कि अगर मांग ऐसी ही रही तो एक तिमाही में अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर होगी ।

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ऑटो इंडस्ट्री का मानना है कि ये सेगमेंट लगातार बढ़त के साथ इंडस्ट्री का बेस्ट सेगमेंट बनकर उभर सकता है । महिन्द्रा एंड महिन्द्रा में कृषि उपकरण विभाग में काम करने वाले हेमंत सिक्का का कहना है कि हर दिन के साथ चीजें बेहतर हो रही है आने वाला सप्ताह बीते सप्ताह से बेहतर नजर आ रहा है । जिसकी वजह से इस सेगमेंट में उम्मीद और आत्मविश्वास बढ़ा है ।
उनका मानना है कि असली चुनौती मांग नहीं बल्कि आपूर्ति है। दरअसल लॉकडाउन ( Corona Lockdown ) की वजह से कंपनियों का काम रुका था लेकिन कृषि इकोनॉमी ( Rural Economy ) में फिलहाल कैश फ्लो ( cash flow ) भी अच्छा है । इसके अलावा सरकार मंडी सुधारों को कर रही है जिससे उम्मीद है कि एक तिमाही के भीतर हम भी वापसी कर लेंगे ।

बैंक अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन में भी लगभग 90 फीसदी लोन ले लिए गए। सरकारी कृषि नीतियों की वजह से लोग ट्रैक्टर जैसी चीजों को खरीदने में झिझक नहीं रहे हैं क्योंकि उन्हें लोन आसानी से मिल जाने की उम्मीद है। ट्रैक्टर इंडस्ट्री का मानना है कि अक्टूबर तिमाही में इस मांग का असर देखने को मिल जाएगा ।

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