नई दिल्लीPublished: Apr 22, 2019 12:22:14 am
Mazkoor Alam
बेंगलूरु : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करते हुए पार्थिव पटेल (53) के अर्धशतक की मदद से 7 विकेट के नुकसान पर 161 रन बनाकर चेन्नई के सामने जीत के लिए 162 रनों का लक्ष्य दिया। इसके बाद जब चेन्नई ने बल्लेबाजी शुरू की तो 5.5 ओवरों में ही मात्र 28 रन पर चार विकेट खोकर चेन्नई पूरी तरह बैकफुट पर आ गया था। इसके बाद चेन्नई का के जीत की कोई चांस नजर नहीं आ रहा था। तब मैदान पर कदम रखा महेंद्र सिंह धोनी ने। इतना ही नहीं आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए बनाने थे छह गेंद पर 26 रन तो चेन्नई का कट्टर से कट्टर समर्थक भी चेन्नई की जीत की उम्मीद छोड़ चुका था। इसके बाद शुरू हुआ धोनी मैजिक। आखिरी ओवर लेकर मैदान पर थे उमेश यादव और उनके सामने थे महेंद्र सिंह धोनी। पहली गेंद को चार रन के लिए बाहर भेजा। इसके बाद लगातार दो गेंद को छह रन के लिए मैदान के बाहर भेज दिया। फिर चौथी गेंद पर दो रन लिए। अब बचे थे दो गेंद पर 8 रन। इसके बावजूद कोई भी यह नहीं मान रहा था कि इसके बाद भी धोनी मैच को जीता देंगे, क्योंकि लगातार बाउंड्री मारना संभव नहीं है। लेकिन पांचवीं गेंद को जब फिर सिक्स के लिए बाहर भेज दिया तो आखिरी गेंद पर जीत के लिए चाहिए थे सिर्फ दो रन तो सबने मान लिया की यह मैच अगर चेन्नई नहीं जीता तब भी मैच सुपर ओवर में तो चला ही जाएगा, लेकिन यहीं पर पता चला कि धोनी महामानव नहीं है। वह आखिरी गेंद खेलने से चूके। गेंद विकेट कीपर पटेल की ग्लब्स में गई। इसके बाद धोनी और शार्दुल ठाकुर एक रन के लिए भागे। लेकिन पटेल ने सटीक निशाना लगाकर ठाकुर को आउट कर दिया। इस तरह से हाई वोल्टेज ड्रामे का अंत हो गया और चेन्नई एक रन से हार गई।