हम बात कर रहे हैं पाटन तहसील के दोनी गांव में बने हनुमान मंदिर की। यह हनुमान मंदिर करीब दो एकड़ भूमि में बना हुआ है। जहां हनुमानजी विराजमान हैं वहां केवल चार दीवरें खड़ी हैं। छत पर छप्पर तक नहीं है। गांव के लाखन सिंह बताते हैं कि कई बार मंदिर का छप्पर बनाने की कोशिश की गई, लेकिन कुछ ही दिनों में छप्पर गिर जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि हनुमान जी खुले आसमान तले ही बैठना पसंद करते हैं, इसलिए वे स्वयं यहां छप्पर बनाने नहीं देते।