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डिजीटल इलेक्ट्रॉनिक मीटर से ऐसे कर रहा था बिजली चोरी, ट्रिक देखकर हैरान रह गए अधिकारी

मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की विजलेंस टीम ने जांच में पकड़ा चोरी का अनोखा मामला

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जबलपुर। राज्य सरकार ने बिजली चोरी रोकने के लिए प्रदेश भर में बिजली के नए मीटर लगवाए। लेकिन शातिर उपभोक्ताओं ने इन सिक्योर्ड बताएं जाने वाले मीटरों की भी काट ढूंढ ली है। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की विजलेंस टीम ने शुक्रवार को एक उपभोक्ता को बिजली चोरी करते पकड़ा तो उसके मीटर में किए गए जुगाड़ को देखकर अधिकारियों ने भी सिर पकड़ लिया। इस उपभोक्ता ने मीट के पीछे सुराख बनाकर नया कनेक्शन ले लिया था। चोरी की बिजली से उसका पूरा घर रोशन हो रहा था। विजलेंस टीम ने उपभोक्ता के विरुद्ध बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किया है।

32 हजार रुपए का जुर्माना
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में विजिलेंस विभाग के मुख्य महाप्रबंधक एके पांडे ने बताया कि विजिलेंस की टीम ने कटनी में पाठक वार्ड निवासी अब्दुल शकूर के घर पर दबिश दी। टीम को सूचना मिली थी कि उसके द्वारा बिजली की चोरी की जा रही है। जांच में शिकायत सही मिलती है। उपभोक्ता के विरुद्ध बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किया गया है। उस पर 32 हजार रुपए का जुर्माना भी किया है।

240 की जगह 2842 वाट
बिजली कंपनी की बिजली चोरी रोकने की कवायद के बीच उपभोक्ता नए मीटर के सिक्योरिटी फीचर्स में सेंधमारी कर रही है। बिजली चोर एसडी कार्ड में चोरी के नए-नए तरीके ईजाद कर रहे है। कटनी में छापेमारी के दौरान की गई जांच में भी एक नया मामला उजागर हुई। जिसमें उपभोक्ता को 240 वाट भार क्षमता के कनेक्शन वाले मीटर के पीछे छेद कर 2842 वाट भार क्षमता का अलग से उपयोग करते पकड़ा गया।

लंबे समय से लगा रहा था चूना
विजलेंस टीम के अनुसार जांच में बिजली चोरी करते पकड़ा गया उपभोक्ता लंबे समय से अवैधानिक तरीके से बिजली का उपयोग कर रहा था। टीम ने मौके पर पहुंचकर मीटर को चेक किया तो चोरी का जुगाड़ देखकर वे भी हैरान रह गए। उपभोक्ता ने मीटर के पीछे सुराख कर दो तार निकाले थे, जिससे घर के अतिरिक्त उपकरण जलाए जा रहे थे। डायरेक्ट सप्लाई होने के कारण यह राशि उसके बिल में जोड़ी नहीं जा रही थी।