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कम उम्र में बुढ़ापे वाली बीमारी, युवाओं की घिस रहीं हडि्डयां

जबलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंच रहे मरीजों में 20 फीसदी मामले युवाओं के, कम पानी पीने और शारीरिक गतिविधि में कमी से हो रहा हड्डी और जोड़ों में दर्द    

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मेडिकल अस्पताल की ओपीडी
-250-300 मरीज आते हैं प्रतिदिन
-30-35 प्रतिशत मामले हड्डियों से आवाज आने या जोड़ घिस जाने के
-20 प्रतिशत मामले युवाओं के

जबलपुर। पैर और घुटने में सूजन, असहनीय दर्द, सीढ़ी चढ़ने पर हड्डियों से आवाज। युवाओं में ये बीमारी बढ़ रही है। मेडिकल अस्पताल के अिस्थ रोग विभाग के विशेषज्ञों की स्टडी के अनुसार ओपीडी में प्रतिदिन 40 प्रतिशत तक मामले हड्डी घिसने, चिकनाहट कम होने, यूरिक एसिड बढ़ने के आ रहे हैं। इनमें से 20 मरीज युवा होते हैं। बीमारी का बड़ा कारण पानी कम पीना और दिनचर्या में शारीरिक गतिविधि की कमी है। कई केस में तो बीमारी इतनी गंभीर हो जा रही है कि ज्वाइंट रिप्लेसमेंट की नौबत आ जाती है।

दर्द हो जाता है असहनीय
विशेषज्ञों के अनुसार जोड़ों में आर्टिकुलर कार्टिलेज झिल्ली का कवर रहता है। उम्र बढ़ने के साथ ही झिल्ली कम होने लगती है। युवाओं में ये समस्या झिल्ली में सूजन के कारण होती है। गठिया वात होने पर यूरिक ऐसिड बढ़ जाता है। यूरिक ऐसिड बढ़ जाने पर जोड़ों में सूजन व दर्द होता है। रुमेटाइट अर्थराइटिस में अगर इलाज में देर होती है तो जोड़ पूरी तरह से खराब हो जाते हैं। कई बार मरीज के कुछ दिन दवाई लेकर इलाज बंद कर देने से समस्या और बढ़ जाती है।

खराब हो जाते हैं जोड़
घुटने, एल्बो, पैर के पंजे या अन्य किसी जोड़ में सूजन और दर्द बना हुआ है तो मरीज को इलाज में देर नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार कई बार 3 से 6 महीने में ही जोड़ पूरी तरह से खराब हो जाते हैं। ऐसे में मरीज के घुटने का जोड़ बदलने की नौबत आ जाती है।

ये कारण आए सामने
-पानी कम पीने से यूरिक एसिड शरीर से बाहर न निकलना
-शारीरिक गतिविधि कम होना, व्यायाम न करना
-जेनेरिक समस्या होना
-किसी दवा के उपयोग से शरीर में ज्यादा एंटीबॉडी बन जाना
-वजन बढ़ना


बुजुर्गों में हड्डी घिसने, आवाज ज्यादा आने, जोड़ों में चिकनाहट कम होने की समस्या आम है, लेकिन 20 साल से लेकर 45 साल तक के युवाओं में भी ये समस्या सामने आ रही है। इसका बड़ा कारण पानी कम पीना और शारीरिक गतिविधि में कमी है।
डॉ. केके पांडे, अिस्थ रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज अस्पताल