जबलपुर. रसल चौक स्थित सम्राट होटल से सोना और चांदी चोरी करने वाले तीनों आरोपितों को पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। होटल से चोरी गया सोना पांच लोगों का है। सभी होटल सम्राट के मालिक के मित्र हैं। पुलिस ने बताया कि होटल में काम करने वाली कंचन विश्वकर्मा और शिखा राजपूत सिविल लाइंस, पचपेढ़ी में रहती हैं। शिखा ने चोरी की साजिश रची थी। उसने कंचन और अपने भाई विष्णु राजपूत को भी इसमें शामिल किया। शिखा और कंचन ने सोने व चांदी से भरा बैग 20 नवम्बर को चुराया।
प्लान के मुताबिक शिखा का भाई विष्णु होटल के बाहर पहुंच गया, जिसे दोनों ने बैग थमाया और वह चला गया। मामले का खुलासा होने के पहले ही धीरे-धीरे कर कंचन और शिखा ने होटल से काम भी छोड़ दिया। आरोपितों ने सोने और चांदी को घर के पीछे छुपाया था। इतनी बड़ी मात्रा में अमरजीत के पास सोना कहां से आया और उसने सोने को होटल में क्यों रखा था, पुलिस ने यह जानने प्रयास नहीं किया। पुलिस ने आयकर विभाग को भी इसकी सूचना नहीं दी। जबकि, नोटबंदी के बाद इतनी बड़ी मात्रा में सोना चोरी होने का यह पहला मामला है। हालांकि, आयकर विभाग को जैसे ही इसकी जानकारी लगी तो इंवेस्टीगेशन टीम हरकत में आ गई है।
टीम होटल संचालक के कारोबार और उसकी चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी जुटाने में जुट गई है। रसल चौक स्थित होटल सम्राट के संचालक अमरजीत सिंह ने आेमती में रिपोर्ट लिखाई है कि होटल में उसने एक किलो 110 ग्राम सोना और साढ़े तीन किलो चांदी रखी थी, जो गायब है। पुलिस के मुताबिक चोरी 20 नवम्बर को हुई। अमरजीत को यह बात कुछ दिनों बाद ही पता चल गई, लेकिन उसने मामले को दबाए रखा। वह युवतियों से बातचीत कर सोना और चांदी वापस लेना चाहता था। बात नहीं बनी, तो उसने रविवार को मामले में एफआईआर दर्ज कराई।
16 नवम्बर को होटल में रखा था सोना
अमरजीत ने जो एफआईआर कराई है, उसमें इस बात का उल्लेख किया है कि जो सोना चोरी किया गया, वह उसके साथी नीरज कक्कड़, सनी बत्रा, अमित साहू, राजेश पावयानी और मनीष विनायक का है। यह सोना उन्होंने 16 नवम्बर को होटल में रखा और बाहर चले गए थे।