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दुनिया की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा है यहां, लाखों भक्तों की पूरी होती है मनोकामना- देखें वीडियो

kachnar city shiva temple in jabalpur इसके दर्शन पूजन को लाखों शिव भक्त खींचे चले आते हैं

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Two days Manegi Mahashivaratri suspected on date

kachnar city shiva temple in jabalpur

जबलपुर। देवाधिदेव महादेव के पूजन वंदन का सबसे बड़ा दिन महाशिवरात्रि। इस दिन संपूर्ण विश्व की शक्तियां महादेव के दरबार में मौजूद होती हैं। शक्ति और शिव का मिलन ही शिवरात्रि कहा जाता है। इस दिन व्रत रखने वालों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जो शिवभक्त भगवान का पूजन वंदन कर उन्हें प्रसन्न करते हैं, वे कभी भी विपरीत परिस्थितियों से नहीं घबराते। संस्कारधानी जबलपुर में एक ऐसा मंदिर है, जो कहने को तो महज दो दशक पुराना है, लेकिन भक्तों की आस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके दर्शन पूजन को लाखों शिव भक्त खींचे चले आते हैं।

संस्कारधानी हर बाशिंदा गर्व से कहता है हमारे पास रेवा है... शिव हैं..और इतने बड़े शिव की उनका स्वरूप देखकर दिल गद्गद् हो जाता है। कचनार सिटी में विराजित भोले के यहां पधारने की कहानी एक शिवभक्त की कल्पना थी, जिसे साकार करने के लिए उसने तन मन धन सब अर्पित कर दिया और कचनार सिटी में उन्हें विराजित कर दिया। 76 फीट की शिव प्रतिमा तीन साल में बनकर तैयार हुई।
सावन के मौके पर हम आपको इस आकर्षक प्रतिमा के इतिहास के बारे में बता रहे हैं कि किस तरह विशाल प्रतिमा वाले भोले शंकर संस्कारधानी की धरती पर आ पहुंचे। इस प्रतिमा की स्थापना का श्रेय कचनार बिल्डर अरुण कुमार तिवारी को जाता है। उन्हीं के प्रयासों से शहर में इस खूबसूरत प्रतिमा की स्थापना हुई है। वर्ष 2006 में बनकर तैयार हुई इस प्रतिमा को देखने के लिए शहर के बाहर से भी लोग पहुंचते हैं। अगले पेज पर क्लिक करें -