MP News: मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। कई सालों से स्कूली बच्चे घुटने तक पानी से स्कूल जाते हैं। गांव के लोग कई बार पीडब्ल्यूडी के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या की कोई सुनवाई अबतक नहीं हुई है। बच्चे अपनी समस्या को लेकर कमिश्नर ऑफिस पहुंच गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जबलपुर के पाटन स्थित उड़ाना गांव में स्कूली बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर जाने को मजबूर हैं। छात्राओं का कहना है कि बारिश में पुलिया के 7-8 फीट ऊपर से बहने लगता है। जिसके चलते वह कई बार स्कूल नहीं जा पाते। उन्हें कई बार दूसरे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।
ग्रामीण स्कूली बच्चों को लेकर कमिश्नर ऑफिस पहुंचे। जहां पर उन्होंने अपनी समस्या के लिए ज्ञापन सौंपा था। बारिश के दौरान पुलिया के ऊपर से 7-8 फीट ऊपर पानी बहने लगता है। जिसके चलते वह स्कूल नहीं जा पाते।
छात्राओं ने बताया कि पुलिया के टूट जाने से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। अगर ऐसा ही रहा तो वे फेल हो जांएगी और उनका जीवन बर्बाद हो जाएगा। छात्राओं के अनुसार उनका बरोदा हड़ा गांव पाटन से करीब 8 किलोमीटर दूर है। तहसील मुख्यालय से उनके गांव को जोड़ने वाली सड़क की एक पुलिया बरसात में बह गई। मलबा नीचे धंस गया। इससे पानी ऊपर से चल रहा है। नाला पार करने में खतरा उत्पन्न हो गया है। हालत यह है कि स्कूल जाने से पहले जलस्तर के बारे में पता करना पड़ता है। जुलाई और अगस्त में कई दिन ऐसे गए जब वे स्कूल नहीं पहुंच पाई। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है और भविष्य को लेकर वे चिंतित है। उनका कहना था कि अभी नाले का पानी सड़क से ऊपर चल रहा है। जिसे पार करना जोखिम भरा काम होता है।
Updated on:
14 Aug 2024 02:47 pm
Published on:
14 Aug 2024 02:01 pm