गौरव दुबे @ जबलपुर। कार चलाते भले न बने लेकिन जिला परिवहन शाखा में लाइसेंस बन जाएगा। आरटीओ में दलालों का गिरोह सक्रिय है। जो रुपए लेकर बिना किसी प्रक्रिया के लाइसेंस उपलब्ध कराते हैं। पत्रिका की पड़ताल में यहां संगठित गिरोह का खुलासा हुआ। दलालों ने यह भी स्वीकार किया कि इस खेल में एआरटीओ से लेकर आरटीओ तक की सहमति है। दलाली के इस खेल का नाम सीएफ है। इस कोड के जरिए ही दलाल अधिकारियों के पास केस पहुंचाते हैं। चर्चा के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि सौ से ज्यादा दलाल परिसर में सक्रिय हैं।