28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब नहीं कटेगी ‘बिजली सप्लाई’, एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन से जोड़े जा रहे सब स्टेशन

MP News: 220 केवी का एक और 132 केवी के चार एक्स्ट्रा हाईटेंशन सब स्टेशन बनाए जा रहे है। इससे कंपनी की क्षमता में 550 एमवीए की वृद्धि भी होगी।

2 min read
Google source verification
फोटो सोर्स: पत्रिका

फोटो सोर्स: पत्रिका

MP News: मध्य प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियों के माध्यम से प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो सके, इसके लिए मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा अपने सब स्टेशनों को डबल एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन से जोड़ा जा रहा है आगामी पांच सालों में 220 केवी की 108 किलोमीटर और 132 केवी की 636 किलोमीटर एक्स्ट्रा डबल हाईटेंशन लाइन डाला जाना भी प्रस्तावित है। इसके साथ ही 220 केवी का एक और 132 केवी के चार एक्स्ट्रा हाईटेंशन सब स्टेशन बनाए जा रहे है। इससे कंपनी की क्षमता में 550 एमवीए की वृद्धि भी होगी। जिसका फायदा सीधे उपभोक्ताओं को मिलेगा।

417 एक्स्ट्रा हाईटेंशन सब स्टेशन

इन लाइनों को ट्रांसमिशन कंपनी के 417 एक्स्ट्रा हाई टेंशन सबस्टेशनों से जोड़ा गया है। इनमें 400 केवी के 14, 220 केवी के 88 और 132 केवी के 315 सब स्टेशन शामिल है।

तीसरी लाइन भी जोड़ा जाएगा

डबल एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइनों से जुडऩे के बाद कई सब स्टेशन ऐसे भी हैं, जिन्हें तीसरी एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए भी काम शुरू हो गया है। तीसरी लाइन आने के बाद इन चुनिंदा सब स्टेशनों में सप्लाई और बेहतर हो सकेगी।

उपभोक्ताओं को फायदा

कई बार ट्रांसमिशन कंपनी की लाइन में फॉल्ट आने के कारण सब स्टेशन में बिजली नहीं पहुंच पाती। इसके चलते वितरण कंपनी के सब स्टेशनों से भी उपभोक्ताओं को दी जाने वाली आपूर्ति प्रभावित होती है। चूंकि ट्रांसमिशन लाइनें ऊंची होती है, इसलिए इनके सुधार कार्य में भी वक्त लगता है, यही कारण है कि इन्हें दो लाइनों से जोड़ा जा रहा है, ताकि एक लाइन प्रभावित होने पर दूसरी या फिर तीसरी लाइन से सप्लाई की जा सके।

ये हैं एक्स्ट्रा हाई टेंशन लाइन

-400 केवी की 4089 सर्किट किलोमीटर

-220 केवी की 15106 सर्किट किलोमीटर

-132 केवी की 22869 सर्किट किलोमीटर

-कुल लाइन-42064 सर्किट किलोमीटर