
special armed force madhya pradesh
जबलपुर। सरकार रेत के दामों को लेकर माथापच्ची कर रही है। ऑनलाइन बिक्री प्रक्रिया से लेकर अवैध खनन पर नकेल कसने तक की बात कही गई, लेकिन सस्ती रेत मिलने का सपना अब भी आम आदमी को नहीं दिख रहा है। वहीं जो रेत उचित दामों पर मिल रही है, उसे भी रिश्वत का ग्रहण लगा हुआ है। मामला जबलपुर जिले की पाटन तहसील का है। जहां एक एसआई द्वारा रेत डंपरों की पासिंग को लेकर रिश्वत मांगी गई। जिसे डंपर मालिक की शिकायत पर लोकायुक्त जबलपुर ने रंगे हाथ दबोच लिया है। एसआई के पकड़े जाने पर पुलिस महकमा में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष यादव का डंपर का व्यवसाय है। उसके डंपर रेत लेकर सप्लाई करते हैं। पाटन तहसील से रेल लाने ले जाने के दौरान थाने में पदस्थ एसआई आलोक को प्रति डंपर निकासी के एवज में रकम की मांग करता था। न देने पर डंपरों पर कार्रवाई की धमकी दे रहा था। डंपर मालिक संतोष यादव ने मामले की शिकायत लोकायुक्त जबलपुर से कर दी। जिसके बाद प्लान कर रिश्वत देने का समय व स्थान तय किया गया। मंगलवार सुबह १२ बजे के आसपास संतोष एसआई आलोक को उसके सरकारी आवास में रिश्वत के ५००० हजार रुपए देने पहुंचा था। जैसे ही संतोष ने नोटों का बंडल आलोक को दिया, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया। पानी में हाथ डलवाते ही उसके हाथ रंग गए। लोकायुक्त ने रिश्वत लेने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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बिना आपत्ति जाने के लिए मांगे
लोकायुक्त के अनुसार एसआई आलोक रेत डंपरों को बिना आपत्ति थाने की सीमा में आने जाने के एवज में रुपयों की मांग करता रहा है। पहले भी उसने ऐसा किया है, जब पैसे न देने पर डंपर रोके गए तो इसकी शिकायत संतोष द्वारा लोकायुक्त में की गई। जिसके बाद मंगलवार को कार्रवाई हुई है।
Published on:
20 Feb 2018 03:05 pm
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