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irctc train जबलपुर में 60 टन वजनी रेल पटरियां ले गए चोर

मामले में पकड़े गए जीतू राय से पूछताछ के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं

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जबलपुर. कटनी-दमोह के बीच रेलवे टै्रक किनारे से १०० टन पटरियां गायब होने से मची हड़कंप के बीच जबलपुर से भी ६० टन वजनी लाखों की पटरियां गायब किए जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। आरपीएफ द्वारा पीडब्ल्यूआई जबलपुर नार्थ से इस मामले में पूछताछ की जा रही है। पटरियां गायब करने के मामले में अभी और खुलासे होने के आसार हैं। इससे यह भी सामने आ गया है कि मिलीभगत का व्यापक स्तर पर खेल चल रहा है। कटनी-दमोह के बीच किलो. क्रमांक ११९४/१३-१७ के बीच टै्रक किनारे से २५ लाख कीमती सौ टन वजनी 1688 मीटर लंबी रेल पटरियों को पार करने के मामले में पकड़े गए जीतू राय से पूछताछ के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं।

आरपीएफ ने पीडब्ल्यूआई जबलपुर नार्थ वसीम खान से पूछताछ में जुटी है। आरपीएफ सूत्र बताते हैं कि अधारताल स्टेशन के पास से भी लाखों की पटरियां को गायब किया गया है। कटनी-दमोह खण्ड के मामले में यह सामने आया है कि जबलपुर के ट्रक का इस्तेमाल किया गया था। मामले की जांच के लिए डीआरएम मनोज सिंह द्वारा गठित तीन जूनियर स्केल अफसरों की जांच समिति की जांच कहां तक पहुंची है यह फिलहाल सामने नहीं आ पाया है। सहायक मंडल सुरक्षा आयुक्त, सहायक मंडल अभियंता व सहायक भंडार प्रबंधक जांच कर रहे हैं।

कबाडि़यों से मिलीभगत
अधारताल से गायब की गईं पटरियां ६ ट्रक बताई जा रही हैं। पटरियों को ट्रक में लोड करना मिलीभगत के बिना संभव नहीं माना जा रहा। ट्रैक पर ट्रैकमैन लगातार गश्त करते रहते हैं। पीडब्ल्यूआई के नियमित निरीक्षण होते हैं, वहीं आरपीएफ भी जिम्मेदारी संभालती है। सूत्रों की मानें तो कबाडि़यों से मिलीभगत कर रेलवे अमला ही रेलवे को चूना लगाने में जुटा है।

पटरियां गायब करने के मामले की जांच चल रही है। संदेहियों को पकड़कर पूछताछ हो रही है। जांच पूरी होने के बाद स्थिति से अवगत कराया जाएगा।
- आरके मलिक, मुख्य सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ, जबलपुर जोन