Road construction : आधे शहर को पानी पिलाने वाले रमनगरा प्लांट की पाइप लाइन शास्त्री नगर से मेडिकल के बीच साल में तीन से चार बार फूट जाती है। सड़क के नीचे से बिछाई गई इस पाइप लाइन को सुधारने के लिए दस फीट का गड्ढा करना पड़ता है। ऐसे में सड़क पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है। अब पीडब्ल्यूडी विभाग 39 करोड़ की लागत से पिसनहारी की मढ़िया से तिलवारा के बीच सड़क का चौड़ीकरण कर छह लेन बना रहा है। ऐसे में पाइप लाइन फिर सड़क के नीचे दब जाएगी।
Road construction : रमनगरा प्लांट, नई सड़क में भी बार-बार करना पड़ेगा गड्ढा, पैसों की होगी बर्बादी
नगर निगम के जिमेदारों को पता है कि यह पाइप लाइन बार-बार फूट रही है। इसके बाद भी इसे शिट करने या फिर बार-बार फूटने वाली पाइप लाइन को बदलने की अब तक कोई प्लानिंग नहीं की गई है। तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि फूटने वाली फाइबर की राइजिंग लाइन का कोई स्थायी समाधान किए बगैर सड़क का निर्माण किया जाता है, तो पाइप लाइन फूटने पर फिर से बड़ा नुकसान होगा।
Road construction : गजब है; जो पाइपलाइन साल में तीन बार फूटती है, उसे 39 करोड़ की सड़क के नीचे दबा रहे
पैरलर पाइप लाइन बिछाने पर भी समस्या जस की तस शास्त्री नगर से मेडिकल के बीच राइजिंग पाइप लाइन बार-बार फूटने को देखते हुए नगर निगम ने इस क्षेत्र में 10 करोड़ की लागत से पैरलर पाइप लाइन बिछाई थी। फिर भी समस्या जस की तस है। पैरलर पाइप लाइन से ऊंचाई पर स्थित पानी की कई टंकियां नहीं भर पाती हैं।
Road construction : रमनगरा प्लांट की राइजिंग लाइन का जो हिस्सा बार-बार फूटता है, उसके सबंध में नगर निगम के अधिकारियों व तकनीकी विशेषज्ञों से जानकारी लेंगे। स्थायी निराकरण के लिए प्रयास करेंगे।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर
Road construction : रमनगरा प्लांट से आधे शहर को जलापूर्ति होती है, ऐसे में 6 लेन सड़क के निर्माण से पहले आवश्यक है कि शास्त्री नगर से मेडिकल के बीच जिस हिस्से में पाइप लाइन फूटती है या तो उसे बदल दिया जाए, अन्यथा कोई उपयुक्त वैकल्पिक व्यवस्था हो। ऐसा किए बगैर सड़क का निर्माण गलत है।