
unique narsingh mandir of india
जबलपुर। जिला मुख्यालय नरसिंहपुर का प्राचीन नरसिंह मंदिर अपने अनूठेपन के लिए जाना जाता है। भगवान नरसिंह के इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां स्थापित मूर्ति गर्भगृह में निर्मित स्तंभ पर विराजित है, जो अपने आप में अनूठी मानी जाती है। मंदिर निर्माण वेदोक्त विधि से किया गया है। प्राचीन नरसिंह मंदिर शहर के किसानी वार्ड में है। यह स्थान नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड से करीब तीन किमी दूर है। संभागीय मुख्यालय जबलपुर से सीधे रेलवे और बस मार्ग से जुड़ा है। जबलपुर से नरसिंहपुर की दूरी मात्र 64 किमी ही है। जबलपुर से नरङ्क्षसहपुर जाने के लिए कई ट्रेनें मिलती हैं। रेलवे के प्रमुख जंक्शन इटारसी से भी नरसिंहपुर जाया जा सकता है।
साल में एक बार खुलता है तलघर
मंदिर में नरसिंह प्रतिमा ऐसे चमत्कारित कोण पर रखी गई है कि मूर्ति को चाहे मंदिर के समीप से देखा जाए या सौ मीटर दूर सडक़ से, खड़े होकर देखा जाए या बैठकर, देखने वाले को सभी ओर से प्रतिमा के ही दर्शन होते हैं। मंदिर में एक सुरंग भी है और एक तलघर भी है जोकि केवल नरसिंह जयंती पर ही दर्शनार्थ खोला जाता है।
कैसे जाएं नरसिंह मंदिर
- प्राचीन नरसिंह मंदिर शहर के किसानी वार्ड में है। यह स्थान नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड से करीब तीन किमी दूर है।
- नरसिंहपुर जिला मुख्यालय है जोकि संभागीय मुख्यालय जबलपुर से सीधे रेलवे और बस मार्ग से जुड़ा है। जबलपुर से नरसिंहपुर की दूरी मात्र 64 किमी ही है। जबलपुर से नरङ्क्षसहपुर जाने के लिए कई ट्रेनें मिलती हैं। इस ओर से लगभग 30 ट्रेनों के स्टापेज नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर हैं।
- रेलवे के प्रमुख जंक्शन इटारसी से भी नरसिंहपुर जाया जा सकता है। इटारसी से नरसिंहपुर की दूरी करीब 162 किमी है। यहां से नरसिंहपुर के लिए करीब दो दर्जन ट्रेनें मिलती हैं।
- जबलपुर, सागर, रायसेन, छिंदवाड़ा आदि पड़ौसी जिलों से नरसिंहपुर के लिए कई बस चलती हैं।
Published on:
26 Apr 2018 11:38 am
बड़ी खबरें
View Allजबलपुर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
