5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बस्तर दशहरा लोकोत्सव में सजी कला और संस्कृति की रंगीन छटा, अभिजीत सावंत के गीतों ने बांधा समां

Bastar Dussehra: बस्तर दशहरा लोकोत्सव में सोमवार रात लालबाग मैदान कला और संस्कृति के रंगों से सराबोर रहा। इंडियन आइडल फेम अभिजीत सावंत ने लोकप्रिय गीतों से माहौल में जोश भर दिया।

less than 1 minute read
Google source verification
बॉलीवुड गायक अभिजीत सावंत (Photo source- Patrika)

बॉलीवुड गायक अभिजीत सावंत (Photo source- Patrika)

Bastar Dussehra: बस्तर दशहरा पर्व के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा लालबाग मैदान में आयोजित बस्तर दशहरा लोकोत्सव की सांस्कृतिक संध्या ने सोमवार, की रात इंडियन आइडल फेम अभिजीत सावंत रहे । अभिजीत ने अपनी सुरीली आवाज़ में एक से बढ़कर एक लोकप्रिय गीत प्रस्तुत कर माहौल को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनकी ऊर्जावान प्रस्तुति ने लोकोत्सव की भव्यता में चार चांद लगा दिए।

Bastar Dussehra: शास्त्रीय और लोक कलाकारों का शानदार संगम

स्कूली प्रस्तुतियों के बाद मंच पर देशभर के कलाकारों ने अपनी कला का जादू बिखेरा। गायक उदय मलिक ने अपनी मधुर आवाज़ से दर्शकों को बांधे रखा। वृद्धि पिल्ले के कथक नृत्य और प्रेरणा डांस एकेडमी, जयपुर (ओडिशा) की टीम के ओड़िया नृत्य ने सभी को प्रभावित किया।

कोंडागांव के लछिन और टेमन ने छत्तीसगढ़ी नृत्य से वातावरण में ऊर्जा भर दी, वहीं जॉयिता विश्वास ने बांग्ला नृत्य से दर्शकों को मोहित किया। स्थानीय कलाकार कुमकुम वासनिक और निधि रावल की मनमोहक प्रस्तुतियों ने भी कार्यक्रम में आकर्षण बढ़ाया।

Bastar Dussehra: स्थानीय कला और पारंपरिक नृत्यों का मनमोहक प्रदर्शन

संध्या की शुरुआत स्कूली छात्र-छात्राओं की रंगारंग प्रस्तुतियों से हुई।

विद्या ज्योति स्कूल, जगदलपुर के रोसो जामू और अर्चिता टोप्पो ने ओड़िया नृत्य से दर्शकों का दिल जीता।

हायर सेकेंडरी स्कूल, छिंदावाड़ा के विद्यार्थियों ने पारंपरिक धुरवा समूह नृत्य प्रस्तुत किया।

रुक्मिणी आश्रम, डिमरापाल की छात्राओं ने करमा छत्तीसगढ़ी समूह नृत्य के माध्यम से लोक संस्कृति को जीवंत किया।

स्वामी आत्मानंद विद्यालय के विद्यार्थियों ने साय रेला विवाह नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि माध्यमिक विद्यालय, बोरपदर के छात्रों ने ओड़िया समूह नृत्य के जरिए पड़ोसी राज्य की सांस्कृतिक झलक पेश की।