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छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े गणेश को भूल गया केन्द्रीय पुरातत्व विभाग, देश – विदेश से आने वाले श्रद्धालु भी नाराज

Jagdalpur News: छत्तीसगढ़ का गौरव कहे जाने वाले बारसूर स्थित युगल गणेशजी के लिए कामचलाऊ टीन का शेड बनाने वाले केन्द्रीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी अब भरी बरसात में उनके मंडप के निर्माण कार्य को करना भूल गए हैं।

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Central Archaeological Department forgot the biggest Ganesh of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े गणेशजी

Chhattisgarh News: गीदम। छत्तीसगढ़ का गौरव कहे जाने वाले बारसूर स्थित युगल गणेशजी के लिए कामचलाऊ टीन का शेड बनाने वाले केन्द्रीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी अब भरी बरसात में उनके मंडप के निर्माण कार्य को करना भूल गए हैं।

स्थानीय जनता ने टीन के शेड का विरोध कर पुरातत्व विभाग से युगल गणपति की गरिमा के अनुरूप भव्य शेड बनाने का अनुरोध किया था। जनभावनाओं (CG Hindi News) की अनदेखी करते हुए पुरातत्व विभाग ने भरी बरसात में युगल गणेश जी की मूर्तियों को आधा- अधूरा ढंककर ही काम ही बंद कर दिया।

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बरसात में मूर्तियों को हो सकता है नुकसान

सावन के महीने में अनवरत वर्षा से सेंड स्टोन (रेतीली पत्थर) से बनीं गणेशजी की मूर्तियों को क्षति पहुंचने की आशंका है। गणेशजी की मूर्तियों के चारों ओर बारिश का पानी लबालब भर जाने से मूर्तियों में पानी चढने लगा है। इससे मूर्तियों के चटकने का खतरा बढ़ गया है। किन्तु केन्द्रीय पुरातत्व विभाग आंखे मूंदे छग के गौरव से खिलवाड़ कर रहा है।

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- स्थानीय जनता ने टीन के शेड का किया था विरोध
- विभाग से युगल गणपति को आधा-अधूरा ढंककर कर दिया काम बंद।

हस्तक्षेप करे शासन प्रशासन

बरसात के मौसम में युगल गणेश जी की मूर्तियों को यूँ चारों ओर से खुले में छोड़ देना उचित नहीं है। स्थानीय जनता सहित देश - प्रदेश से आने वाले श्रद्धालु पुरातत्व विभाग के इस गैरज़िम्मेदाराना कार्य से नाराज हैं और सभी का कहना है कि केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा प्रदेश के गौरव को क्षति पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। अत: छत्तीसगढ़ सरकार को इस विषय में हस्तक्षेप (Chhattisgarh news) कर केन्द्रीय पुरातत्व विभाग से उत्तर लेना चाहिए। आखिर यह करोड़ों लोगों की आस्था से जुडा हुआ सवाल है।

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