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CG Naxal Encounter: तेलंगाना से वापसी पड़ी भारी, मोबाइल लोकेशन के जाल में फंसे 7 नक्सलियों को जवानों ने किया ढेर

CG Naxal Encounter: दो महीने पहले छत्तीसगढ़ से बॉर्डर पार कर तेलंगाना गए थे। उनके साथ सात नक्सली और थे कुल 14 नक्सलियों ने तब बॉर्डर पार किया था

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CG Naxal Encounter: छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर रविवार सुबह बस्तर के जिन सात नक्सलियों को ग्रेहाउंड्स ने मारा है वह दो महीने पहले छत्तीसगढ़ से बॉर्डर पार कर तेलंगाना गए थे। उनके साथ सात नक्सली और थे कुल 14 नक्सलियों ने तब बॉर्डर पार किया था। खूफिया सूत्रों ने बताया कि नक्सली 7-7 की टुकड़ी बनाकर वापसी करने वाले थे क्योंकि उन्हें इस बात की भनक लग गई थी कि वे ग्रेहाउंड्स के निशाने पर हैं।

CG Naxal Encounter: तेलंगाना में रहना खतरनाक इसलिए कर रहे थे वापसी

नक्सलियों को लगा कि तेलंगाना में रहना उनके लिए खतरनाक है इसलिए वह बॉर्डर से वापसी कर रहे थे लेकिन र्ग्रेहाउंड्स ने कुछ और ही योजना बना रखी थी। दरअसल ग्रेहाउंड्स ने बॉर्डर पर ही नक्सलियों को ढेर करने की योजना बनाई थी। 14 नक्सलियों में से कुछ नक्सलियों के पास मोबाइल थे और नक्सलियों के बॉर्डर पर मोबाइल इस्तेमाल करना भारी पड़ गया।

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मोबाइल लोकेशन की वजह से ग्रेहाउंड्स को नक्सलियों की सटीक लोकेशन मिल गई और वे मारे गए। बताया जा रहा है कि इथुरुनगरम इलाके में जवानों की टीम ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। चालपाका के पास जंगलों में नक्सलियों को घेरा गया। यह पूरा इलाका एटुर नागाराम अभ्यारण क्षेत्र में आता है।

7 नक्सली अभी भी आसपास के जंगल में

बताया जा रहा है कि सभी 14 नक्सलियों ने वापसी की योजना बनाई थी लेकिन बॉर्डर सिर्फ 7 ने क्रॉस किया। ऐसे में बचे 7 नक्सली अभी भी मुठभेड़ स्थल के आसपास जंगल में मौजूद हैं। र्ग्रेहाउंड्स के जवान इस मुठभेड़ के बाद से ही पूरे इलाके को छान रहे हैं। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज है। छत्तीसगढ़ पुलिस भी अलर्ट पर है। बॉर्डर के इलाके में छत्तीसढ़ पुलिस की सर्चिंग भी चल रही है। अगर नक्सली तेलंगाना में ही छिपे होंगे तो उन्हें तलाशा जा रहा है।

मधु को छोड़ बाकी सभी नक्सली बीजापुर के

तेलंगाना पुलिस ने मारे गए नक्सलियों की पहचान करते हुए बताया है कि सात में से छह नक्सली बीजापुर जिले के रहने वाले हैं। डीवीसीएम मधु सिर्फ तेलंगाना का रहने वाला था। मारे गए नक्सली तेलंगाना स्टेट कमेटी मेंबर कुरसम मंगु, कामेश, किशोर, जयसिंग, मुसाकी जमुना,मुचाकी देवल बीजापुर जिले के अलग-अलग गांवों के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि इस वक्त छत्तीसगढ़ में लगातार हो रहे मुठभेड़ की वजह से बस्तर के ज्यादतर नक्सली तेलंगाना के जंगलों में छिपे हुए हैं।

तारलागुड़ा और भद्रकाली के बिल्कुल करीब हुई मुठभेड़

तेलंगाना पुलिस के अनुसार जहां मुठभेड़ हुई वह इलाका छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तारलागुड़ा और भद्रकाली से लगा हुआ है। मारे गए नक्सलियों में तेलंगाना स्टेट कमेटी का मेंबर कुरसम मंगु उर्फ बदरू भी बीजापुर जिले का रहने वाला था। जब से बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में तेजी आई है तब से बस्तर के नक्सली तेलंगाना और ओडिशा की ओर मूवमेंट कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान ऐसे कई मौके आए हैं जब वे बॉर्डर क्रॉसिंग के दौरान ही मारे गए हैं।

आरोप: जहर देकर बेहोश किया फिर सभी को मारी गोली

तेलंगाना में रविवार को इस मुठभेड़ को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी टीआरएस के नेता और पूर्व मंत्री थन्नेरु हरीश राव ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा तेलंगाना में लगातार फर्जी मुठभेड़ को अंजाम दिया जा रहा है। तेलंगाना के नागरिक अधिकार मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर गद्दाम लक्ष्मण ने कहा कि नक्सलियों के चावल में जहर मिलाकर उन्हें बेहोश किया गया फिर उन्हें बेहोशी के हालात में गोली मारा गया। पीएम होगी तो सब साफ हो जाएगा। मुठभेड़ में शामिल पुलिस वालों को सस्पेंड करना चाहिए।