
वेतन कटौती की चेतावनी (Photo source- Patrika)
CG News: राजस्व निरीक्षकों की हड़ताल का असर अब आम लोगों पर साफ दिखने लगा है। ऑनलाइन कामकाज ठप पड़ने से विभिन्न राजस्व प्रकरण लंबित हो गए हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोग परेशान हो रहे हैं। निरीक्षक अपनी लंबित मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और केवल मैनुअल कामकाज कर रहे हैं। प्रशासन ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए वेतन कटौती तक की चेतावनी दी है।
प्रशासन ने साफ किया है कि यदि निरीक्षक अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटते, तो वेतन रोकने के साथ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। वहीं निरीक्षक संघ का कहना है कि उनकी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। गौरतलब है राजस्व निरीक्षक की ओर से ज्ञापन सौंपते हुए ऑनलाइन काम का बहिष्कार किया है, और केवल मैनुअल कार्य करने की बात कही है।
वर्तमान समय में 90 फीसदी शासन की योजनाएं ऑनलाइन ही हो रही हैं। राजस्व निरीक्षकों की हड़ताल को तीन दिन बीत चुके हैं, शासन की ओर से अब तक संघ को किसी तरह का आश्वासन नहीं मिला है। ऐसे में निरीक्षकों का विरोध आगे भी जारी रहने की बात कही जा रही है, लेकिन इन सब के बीच आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं तहसील कार्यालय में गिने चुने लोग ही पहुंच रहे हैं।
रामलाल यादव, किसान: हमारे नामांकन का काम तीन दिन से अटका है। अब ऑनलाइन सिस्टम बंद होने से और देरी हो रही है। फसल कटाई का समय नजदीक है, कर्ज और बीमा से जुड़े काम पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
अनिल कुशवाहा, सरकारी कर्मचारी: हमने जमीन बंटवारे का आवेदन करना था, लेकिन अधिकारी कहते हैं कि ऑनलाइन एंट्री नहीं हो रही। हड़ताल खत्म होने तक का इंतजार करना पड़ेगा।
सुरेश सिंह, व्यापारी: व्यापारिक भूमि के नक्शे और रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज ऑनलाइन अपडेट न होने से हमें बैंकों में लोन पास कराने में दिक्कत हो रही है।
Updated on:
21 Aug 2025 12:30 pm
Published on:
21 Aug 2025 12:29 pm
बड़ी खबरें
View Allजगदलपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
