
Naxalites Surrender: बस्तर में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान एवं आत्मसमर्पण हेतु छग की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कांगेरवेली एरिया कमेटी के एक लाख ईनामी माचकोट एलओएस सदस्य सहित 4 माओवादियों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, कमाण्डेट 80 बटालियन सीआरपीएफ जितेन्द्र कुमार, डिप्टी कमाण्डेंट सीआरपीएफ अमरजीत गुप्ता, अति. पुलिस अधीक्षक ऑप्स योगेश देवांगन, उप पुलिस अधीक्षक ऑप्स भारसिंह मण्डावी के समक्ष लालबाग स्थित शौर्य भवन में आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पित माओवादी पाण्डु उर्फ छोटा पाण्डु कवासी वर्ष 2014 में नक्सली संगठन में भर्ती होकर वर्तमान में कांगेरवेली एरिया कमेटी अंतर्गत, माचकोट एलओएस सदस्य के पद में सक्रिय रूप से कार्यरत था।
इन्होंने कांगेरवेली एरिया कमेटी क्षेत्र के माओवादी कमाण्डर देवा, संजू, मंगतु, लक्ष्मण, महेश एवं अन्य नक्सलियों के साथ सम्मिलित होकर थाना दरभा के ग्राम चांदामेटा, पटेलपारा, मुरियामीपारा, भडरीमउ, (Naxalites Surrender) उरूकपाल, प्यारभाट पारा क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर फायरिंग एवं रोड निर्माण में लगे वाहनों में आगजनी करने जैसे जघन्य अपराधों में सम्मिलित था। इसके उपर छग शासन के पुनर्वास नीति अनुसार एक का लाख ईनाम घोषित है।
Naxalites Surrender: सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों में मनकुराम कश्यप और फूलमती उर्फ गिरजा भी शामिल हैं। ये दोनों आपस में प्रेम करने लगे थे और शादी कर ओरछा गांव में बस गए थे। ये नक्सलियों को नक्सल सामान पहुंचाने का काम करते थे।
माओवादियों के सहयोगी के रुप में भी यह कार्य कर रहे थे। इसी तरह नक्सलियों का मुखबिर और मददगार रहे नक्सली करिया पोयाम ने भी सरेंडर किया है। सभी नक्सलियों ने जगदलपुर के शौर्य भवन में आत्मसमर्पण किया है। माओवादियों को छत्तीसगढ़ की नक्सल पुनर्वास नीति के तहत प्रोत्साहन राशि दी गई है।
Published on:
09 Oct 2024 02:09 pm
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