
पुलिस ने बदला रुट
जगदलपुर। Ganesh Chaturthi 2023 : शहर के कोतवाली चौक में बुधवार की शाम सात बजे के आसपास अचानक माहौल गरमा गया। दरअसल यहां से गुजरने वाली एक गणपति प्रतिमा की विसर्जन यात्रा को पुलिस ने रोक दिया था। आधे घंटे से अधिक समय तक हो हल्ला मचा रहा, इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए शोभायात्रा का रुट ही बदल दिया। कोतवाली के सामने स्टेट बैंक चौक पर इस दौरान हिंदूवादी संगठन से जुड़े पदाधिकारी, समाजसेवी सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों का जमावाड़ा हो गया था।
प्रशासन ने क्यों नहीं की तैयारी
गणपति स्थापना के पांचवें व सातवें दिन से विसर्जन किए जाने की परंपरा रही है। इसके साथ ही साथ मेन रोड, गोलबाजार, सिरहासार चौक होते हुए इंद्रावती तक विसर्जन का रुट वर्षों से चला आ रहा है। इसी बीच ईद की तैयारियां होने लगीं। इसके लिए मेन रोड पर लाइटिंग व द्वार सजाने का काम शुरू हो गया था। प्रशासन ने इसी को नजर अंदाज कर दिया। सिर्फ 100 मीटर का रास्ता विवाद का कारण बनता नजर आया। एक तरफ जहां मार्ग संकरा और सजावट की हाइट कम होने के कारण ऊंची प्रतिमाओं का गुजरना मुश्किल था। प्रशासन को चाहिए था कि सजावट की तैयारियों के पहले हाइट कम न हो।
आज होगी प्रशासन की परीक्षा
गुरुवार का दिन प्रशासनिक परीक्षा का है। 28 को ईद का जुलूस भी नगर में भ्रमण करेगा। सुबह से इन्हीं मार्गों से होते हुए जुलूस निकला है जबकि अनंत चतुरदशी भी है। परंपरा के अनुसार अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन इसी तिथि को किया जाता है। इन हालातों में एक ही रूट होना चिंता का विषय है, हालांकि माना जा रहा है कि मूर्तियों का विसर्जन दोपहर बाद होगा। नारेबाजी के बाद समिति सदस्य पारंपरिक मैन रोड से जाना चाह रहे थे तो पुलिस ने वाहन चालक पर दबाव बनाते उसे पीडब्ल्यूडी की ओर मोड़ दिया।
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इसके बाद आई दूसरी प्रतिमा में बवाल और बढ़ गया। नारेबाजी, जयघोष के साथ ही लोगों में प्रशासनिक निर्णय पर आक्रोश जताया। पक्षपात का आरोप लगाते हुए कई बार बहस के हालात बने। एक बार तो पुलिस अधिकारी व कुछ लोगों के बीच हाथापाई भी हुई। हालांकि किसी तरह मामले को शांत कराया गया। इतना ही नहीं रात आठ बजे एक के बाद एक गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन को पुलिस परंपरागत रुट की बजाए दूसरे मार्ग की ओर मोड़ने का सिलसिला जारी रखा। इसकी वजह से हर रैली के चौक पर पहुंचने से माहौल गरमाता रहा। पुलिस ने शोभायात्रा को मेन रोड से न निकलने देने के लिए अपनी एक पेट्रोलिंग जीप को तैनात कर रखा था। इसके अलावा जवानों को एक सीध में खड़े कर जाम लगा दिया था। पुलिस के इस कदम से आवाजाही करने वाले वाहनों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
बस्तर बने मिसाल
कलेक्टर विजय दयाराम के ने बुधवार को शांति समिति की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने समाज प्रमुखों से बस्तर की मिसान बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि बस्तर समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा सामाजिक सौहाद्र के लिए जाना जाता है। बस्तर दशहरा पर्व, अनन्त चतुर्दशी, ईद-ए-मिलाद, पर्युषण पर्व मनाए जाने हैं। इनमें भी सामाजिक सौहार्द बना रहे। बैठक में सभी वर्ग के लोग मौजूद रहे।
तनाव के बीच प्रताप देव वार्ड की समिति की झांकी भी मेन रोड की तरफ से आगे बढऩे के लिए अड़ गई। इस बीच समिति के कुछ लोगों ने तय किया कि झांकी पुलिस के बताए रास्ते से जाएगी और समिति के सदस्य पैदल मेेन रोड की ओर बढ़ेंगे। समिति के कुछ लोग आगे बढ़े ही थे कि पुलिस ने युवाओं को दबोच लिया। पुलिस ने कुछ युवाओं का गला दबाते हुए उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया। इसी बीच वार्ड के पार्षद और प्रदेश कांग्रेस के महासचिव यशवर्धन राव ने इस बात का विरोध किया तो पुलिस की तरफ से सादी वर्दी में तैनात कुछ जवान उनके से बदसलूकी करने लगे। यशवर्धन भी तैश में आ गए और कहा कि शायद मुझे पहचानते नहीं हो तभी ऐसा बर्ताव कर रहे हो। इस बीच पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियेां ने मामले को शांत करवाया और यशवर्धन को विवाद की स्थिति से दूर किया।
Published on:
28 Sept 2023 06:17 pm
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