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अनहोनी से बचने लकवे के वार्निंग अटैक को पहचानना जरूरी, दिखाई देते हैं ऐसे लक्षण

Jagdalpur News: जीवन शैली और पानपान में लगातार बदलाव आम लोगों को शारीरिक रूप से कमजोर करते जा रहा है। आधुनिक होते जा रहे युग में बीमारियों का होना आम हो गया है।

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These are the symptoms of warning attack of paralysis

दिखाई देते हैं ऐसे लक्षण

Chhaattisgarh News: जगदलपुर। जीवन शैली और पानपान में लगातार बदलाव आम लोगों को शारीरिक रूप से कमजोर करते जा रहा है। आधुनिक होते जा रहे युग में बीमारियों का होना आम हो गया है। हार्ट अटैक, पक्षाघात और अन्य बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज करना लोगों के लिये नुकसान दायक होते जा रहा है।

लकवा ऐसी बीमारी है जिसके नाम से आदमी को डर लगता है। अचानक शरीर के एक हिस्से में कमजोरी और सुन्नपन का होना खासकर मुंह का टेढ़ा होना किसी (Transient ischemic attack) बात को समझने और बोलने में परेशानी होना लकवा जैसी बीमारी के शुरूवाती लक्षण हैं इनकी पहचान कर समय रहते इलाज करना बीमारी के रिकवर करने का सबसे अच्छा उपाय हो सकता है।

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ट्रांजिएंट इस्चेमिक अटैक्स क्या हैं

व्यक्ति को लकवे से संबंधित संकेत व लक्षण जैसे सुन्नपन, बोलने में तकलीफ अधिक होती है। एक व्यक्ति को एक या इससे अधिक बार टीआईए हो सकता हैं। टीआईए एक चेतावनी का लक्षण है कि उस मरीज में लकवा होने की आशंका होता है। टीआईए मस्तिष्क को रक्त पहुंचाने वाली प्रमुख धमनियां जैसे करोटिड धमनियों के सिकुड़ने से होते हैं।

ये धमनियां मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचाती हैं। इनसे जुड़े प्लाक धमनियों को आंशिक रूप से अवरुद्ध कर देते हैं। इससे रक्त का (Transient ischemic attack) थक्का इन धमनियों के अंदर बन जाता है। यह रक्त का थक्का धमनियों को आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध कर सकता है। इससे उन धमनियों के रक्त संचार पर निर्भर मस्तिष्क का हिस्सा प्रभावित हो जाता है।

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इन्हें खतरा अधिक

- बढ़े हुए शुगर के मरीजों को
- 60 वर्ष से अधिक आययु वर्ग को
- उच्च रक्त चाप जिसे 140/90 से ज्यादा हो
- टीआईए के दौरान बोलने में तकलीफ होने पर
- टीआईए के दौरान शरीर के एक हिस्से चेहरा, हाथ, पैर में कमजोरी

बचाव क्या है

- खाने में नमक की मात्रा सीमित करें,
- डायबिटीज व उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करें
- फेट एवं कोलेस्ट्रोल युक्त भोजन से बचें
- फल एवं हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें
- धूम्रपान व शराब सेवन नहीं करें।

पक्षाघात के लक्षण वाले मरीजों को समय पर इसके लक्षण पहचान कर समय रहते संबंधित डाक्टरों से परामर्श लेना चाहिये। इसके लक्षणों एवं संकेतों (Transient ischemic attack) के बाद परामर्श के अलावा अपने दिनचर्या में बदलाव लायें । योग एवं एक्सरसाइज करें। ताकि आने वाले अनहोनी से बचा जा सके।

- डाँ नवीन दुल्हानी, एमडी मडिसिन मेकाज डिमरापाल

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