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जयपुर के इस जिनालय में दिखेगी रणकपुर जैन मंदिर के अनूठे शिल्प की झलक

रणकपुर जैन मंदिर के अनूठे शिल्प की झलक राजधानी जयपुर में भी देखने को मिलेगी। जयपुर-दिल्ली हाइवे पर गलता गेट स्थित मोहनबाड़ी जैन मंदिर परिसर में मकराना के सफेद मार्बल से ऋषभ जिन प्रसाद का निर्माण किया गया है।

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हर्षित जैन / जयपुर. रणकपुर जैन मंदिर के अनूठे शिल्प की झलक राजधानी जयपुर में भी देखने को मिलेगी। जयपुर-दिल्ली हाइवे पर गलता गेट स्थित मोहनबाड़ी जैन मंदिर परिसर में मकराना के सफेद मार्बल से ऋषभ जिन प्रसाद का निर्माण किया गया है। नवनिर्मित मंदिर का प्रतिष्ठा महोत्सव रविवार से शुरू होगा। 12 दिसंबर तक होने वाले महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है।

ऋषभ जिन प्रासाद निर्माण समिति संयोजक कुशल चंद सुराणा ने बताया कि पूरे मंदिर में विशेष विभिन्न जैन तीर्थों की नक्काशी की अद्भूत झलक देखने को मिलेगी। आचार्य जिनमणिप्रभ सुरीश्वर एवं आचार्य जिन पीयूष सागर की निश्रा में कार्यक्रम होगा। महोत्सव में दादाबाड़ी की प्रेरणादात्री मणिप्रभा श्रीजी आदि ठाणा समेत 150 से अधिक साधु-साध्वी कार्यक्रम में शामिल होंगेे। देश के अलावा सात समंदर पार रहने वाले एनआरआइ भक्त भी जयपुर पहुंचेंगे।


150 से अधिक साधु-साध्वियों की मिलेगी निश्रा

संघ मंत्री देवेंद्र कुमार मालू ने बताया कि श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ तत्वावधान में होने वाले कार्यक्रम को लेकर व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया जा रहा है। चार से नौ दिसंबर तक पंचकल्याणक विधान, पूजा, रात्रि भक्ति के कार्यक्रम होंगे। दस को वरघोड़ा, अंजन शलाका विधान, 11 को पावन प्रतिष्ठा दिवस, उपाध्याय पदारोहण भागवती दीक्षा महोत्सव, 12 को द्वार उद्घाटन और पूजाएं होगी। इससे पूर्व पांच पंडाल भी थर्माकोल से तैयार किए गए हैं। मंदिर में 20 से अधिक प्रतिमाओं के साथ चार प्रतिमाएं दादाबाड़ी में विराजमान की जाएगी।

मंदिर की ये है खास बातें
– आठ हजार गज जमीन पर बिना लोहे के इस्तेमाल के मंदिर का निर्माण।
-मंदिर में 108 फीट ऊंचा शिखर व 54 फीट का रंग मंडप।
-भारतीय संस्कृति और स्थापत्य कला का समावेश।
– जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की 800 किलो वजनी 57 इंच ऊंची सफेद संगमरमर से बनी प्रतिमा सहित अन्य मूर्तियां होगी विराजमान।
-जैन म्यूजियम, स्वाध्याय भवन व लाइब्रेरी का भी होगा निर्माण।