
जयपुर। मालवीय नगर थाना पुलिस ने बुधवार को जलसा मॉल में दुकान बेचने के नाम पर करीब 85 करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में दिव्या आशीर्वाद प्रॉपर्टी के दूसरे निदेशक को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी अनिल वाधवा गुडगांव हरियाणा का रहने वाला है। इसी मामले में 2016 में निदेशक अमित बंसल को गिरफ्तार किया था।
डीसीपी ईस्ट राहुल जैन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दिव्या आशीर्वाद प्रॉपर्टी और इनोवेटिव बिल्ड एस्टेट प्रा.लि. के निदेशक अनिल वाधवा, अमित बंसल, आशु वाधवा और मंजू बंसल ने मालवीय नगर, अपेक्स सर्किल स्थित जलसा मॉल का निर्माण शुरू किया था। इसमें स्नो वर्ल्ड, अंडर वाटर वॉक, बुटीक, सिनेमा हॉल व किड्स जोन जैसी सुविधाएं देने के लिए लुभावने झांसे देकर सैकड़ों निवेशकों से दुकानों की बुकिंग कर करीब 85 करोड़ रुपए की ठगी की।
अधिकांश एनआरआइ निवेशकों को मॉल में दुकानें बेचकर ठगी की। निवेशकों ने कब्जा लेने के लिए संपर्क किया तो आरोपित जल्द दुकानें देने का बहाना बना फरार हो गए। बाद में निवेशकों को पता चला कि आरोपियों ने दुकानों पर बैंक से ऋण ले रखा है और एक-एक दुकानों को कई लोगों को बेच दी है। इस संबंध में वर्ष 2013 से अब तक मालवीय नगर थाने में 16 और जवाहर सर्किल थाने में 18 मुकदमे दर्ज हुए थे। जबकि कमिश्नरेट के विभिन्न थानों में 50 से अधिक ठगी के मुकदमे दर्ज हैं।
लुकआउट नोटिस किया था जारी
अनिल वाधवा 2015-16 में दुबई चला गया था। आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करवाया गया था। आरोपी के मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर दुबई से आने की सूचना मिली थी। तब मालवीय नगर थानाधिकारी रघुवीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली एयरपोर्ट भेजी गई, जहां से अनिल को पकड़कर जयपुर ले आया गया। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पीडि़त लोग भी थाने पहुंच गए। आरोपी अनिल 11 मुकदमों में भगौड़ा है। जबकि 15 मुकदमों में गिरफ्तारी वारंट जारी हैं। छह मुकदमे लंबित चल रहे हैं।
लॉन्चिंग अमिताभ से कराने का झांसा
निवेशकों ने बताया कि आरोपियों ने 2007 में जलसा मॉल का निर्माण शुरू किया था। वर्ष 2011 में दुकानें उपलब्ध कराने और मॉल की लॉन्चिंग फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन से करवाने का झांसा दिया था। बाद में आरोपी रकम लेकर फरार हो गए।
पीडि़त बोले: एक-एक दुकान को बेचा कई बार
आरोपियों ने वर्ष 2007 से 2010 तक 39 लाख रुपए ले लिए। यह फर्जीवाड़ा करीब 400 करोड़ रुपयों का है। आरोपी एक-एक दुकानों को कई बार बेच चुके हैं।
दूलीचंद कड़ेल, श्रीगोपालनगर
12 साल पहले चार लाख रुपए दिए थे। सभी ने कहा दो साल में दुकान में पजेशन दे देंगे। आज तक कोई पजेशन नहीं मिला। मेरे दिव्यांग बेटे के लिए दुकान ली थी।
हेमंत भाई गोयल, सोडाला
दुबई से आया था। पत्नी के नाम पर दुकान ली थी। इसके लिए नौ लाख रुपए जमा करवाए थे। आरोपियों को कई बार दुकान का पजेशन देने के लिए कहा, लेकिन रुपए लेकर भाग गए।
प्रकाश भाटिया, वैशाली नगर
Updated on:
14 Mar 2019 09:38 am
Published on:
14 Mar 2019 09:35 am
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