गैंगस्टर सीधे भारत में कॉल नहीं कर रहे। वे पहले अन्य देश में ठिकाने बनाए अपने गुर्गे को कॉल करते हैं। इसके बाद डब्बा कॉलिंग के जरिए स्पीकर पर बात कर गुर्गे के कॉल से भारत में उन लोगों को धमकाते हैं, जिनसे रंगदारी मांगी जाती है। ऐसे कॉल अक्सर इंटरनेट से किए जाते हैं। वसूली का यह तरीका करीब दो- तीन साल से चल रहा है। लॉरेंस बिश्नोई, रोहित गोदारा, गोल्डी बरार, अनमोल बिश्नोई व अन्य गिरोह के लोग विदेश में बैठे रंगदारी मांगने के लिए कॉल कर रहे हैं। एजीटीएफ ने लॉरेंस गैंग के सदस्य व गैंगस्टर रोहित गोदारा के सक्रिय साथी अमरजीत बिश्नोई को कुछ दिन पहले इटली के सिसली स्थित तरपानी में गिरफ्तार करवाया था।
राजस्थान एजीटीएफ ने पहली बार विदेश से रसूखदारों को वाट्सऐप व इंटरनेट कॉल कर वसूली के लिए धमकाने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा के किसी सक्रिय साथी के खिलाफ विदेश में कार्रवाई करवाई थी। पचास हजार के इनामी अमरजीत के जरिए से गैंगस्टर ने राजस्थान में डब्बा कॉलिंग से कई लोगों को रंगदारी के लिए धमकाया है। एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि अमरजीत रंगदारी में धमकी देने में वीपीएन व बॉक्स कॉल (डब्बा कॉल) के जरिए बातचीत करवाता था।
ताकि पुलिस न पहुंचे ठिकाने पर
पुलिस से बचने के लिए बदमाश डब्बा कॉलिंग का उपयोग करते हैं। ऐसा करने से मुख्य आरोपी की पहचान छिपी रहती है। कॉल की डिटेल पता करने पर पुलिस उसी जने तक ही पहुंच पाती है, जहां से डब्बा कॉलिंग के जरिए दो कॉल को जोड़ा गया हो।