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दो प्रतिशत और कमीशन का लालच ले डूबा तीन अफसरों को, एसीबी का सवेरे—सवेरे बडा एक्शन

बड़ी बात यह कि बिल पास कराने की एवज में फर्म ने दो प्रतिशत दे भी दिया था। लेकिन उसके बाद अफसरों की नीयत बिगड़ गई और बिल पास करने की एवज में कमीशन को दो प्रतिशत से बढ़ाकर चार प्रतिशत कर दिया गया। इसके बाद फर्म ने एसीबी को इस बारे में शिकायत की।

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ACB arrested 6 in embezzlement, 3 In Jaipur

लाखों के गबन मामले में एसीबी ने दो को किया गिरफ्तार

जयपुर
एसीबी #ACB-Trap जयपुर और टोंक की टीम ने आज सवेरे भीलवाड़ा में बड़ा ट्रेप किया है। #UIT यूआईटी के तीन अफसरों को एक लाख रुपए लेते हुए ट्रेप किया गया है और अब तीनों के कार्यालयों एवं घर की तलाशी की तैयारी की जा रही है। पूरी उम्मीद है एसीबी अफसरों को घर एवं कार्यालय से अवैध रुप से कमाई गई और धनराशि मिलेगी। एसीबी अफसरों ने बताया कि भीलवाड़ा मे एक निजी फर्म का बिल पास करने की एवज में अफसरों ने रिश्तव मांगी थी।

पहले दो प्रतिशत कमीशन तय था और बड़ी बात यह कि बिल पास कराने की एवज में फर्म ने दो प्रतिशत दे भी दिया था। लेकिन उसके बाद अफसरों की नीयत बिगड़ गई और बिल पास करने की एवज में कमीशन को दो प्रतिशत से बढ़ाकर चार प्रतिशत कर दिया गया। इसके बाद फर्म ने एसीबी को इस बारे में शिकायत की। सत्यापन कराया गया तो शिकायत सही पाई गई। फिर ट्रेप की कार्रवाई करने की बात चली तो #UIT-Bhilwara भीलवाड़ा एसीबी को इससे दूर रखते हुए एसीबी जयपुर और टोंक की टीम ने ट्रेप किया।

आज सवेरे यूआईटी के एसई रामेश्वर लाल शर्मा एवं संतोष शारदा को 75 हजार रुपए लेते हुए और साथ ही एईएन ब्रह्म लाल शर्मा को 25 हजार रुपए लेते हुए ट्रेप कर लिया। एसीबी अफसरों ने बताया कि जब से एसीबी ने टोल फ्री नंबर जनता की मदद के लिए निकाला है तब से उस नंबर पर लगातार भ्रष्ट सरकारी कार्मिकों की शिकायत मिल रही है। इन शिकातयों के बाद योजनाबद्ध तरीके से लगातार एक्शन भी लिए जा रहे हैं।

तीन लाख रुपए ले लिए थे, फिर भी लालच खत्म नहीं हुआ
एसीबी अफसरों ने बताया कि पूरा मामला पांच लाख रुपए के लेनदेन को लेकर था। किसी बिल को पास कराने की एवज में परिवादी पहले ही तीन लाख रुपए दे चुका था। दोनो पक्षों के बीच इतने रुपए तय हुए थे और इन रुपयों के मिलने के बाद बिल पास करने की बात कही गई थी। लेकिन तीन लाख रुपए लेने के बाद भी दो लाख रुपए और लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इस बारे में जब परिवादी ने एसीबी मुख्यालय को बताया तो एसीबी ने भीलवाड़ा टीम को सूचना दिए बिना ही जयपुर और टोंक के अफसरों की मदद से ट्रेप आयोजित कराया। दो लाख रुपए में से एक लाख रुपए आज देने की बात की गई। तीन अफसरों के बीच में दो पार्ट में एक लाख रुपए दिए और कुछ देर बाद ही एसीबी ने तीनों अफसरों को ट्रेप कर लिया। ट्रेप की इस कार्रवाई के बाद हडकंप मच गया। गौरतलब है कि एसीबी ने पिदले दिनों आय से अधिक सम्पत्ति रखने के मामले में तीन अफसरों के यहां दो दिन तक सर्च किया था। इस सर्च में 54 करोड़ रुपए से भी ज्यादा अवैध सम्पत्ति सामने आई थी।