29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan Bullet Train: वंदे भारत के बाद अब बुलेट ट्रेन राजस्थान के सपनों को देगी उड़ान…!

Rajasthan Bullet Train: उदयपुर से गुजरने वाली बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाए तो उदयपुर के अंतरराष्ट्रीय रेलमार्ग से जुडऩे का सपना सच हो सकता है।

2 min read
Google source verification
Rajasthan Bullet Train

Rajasthan Bullet Train

Rajasthan Bullet Train: भारत अब पश्चिम एशिया में रेल लाइन को लेकर कदम बढ़ा रहा है। इसके साथ ही पूर्वी एशिया में सिंगापुर तक बुलेट ट्रेन चलाई जाए तो इससे पर्यटन, उद्योग, शैक्षणिक के साथ ही अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी काफी लाभ होगा। देश में अहमदाबाद और मुंबई को हाई स्‍पीड रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना के बाद दिल्‍ली-अहमदाबाद के बीच भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। दिल्‍ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन चलने से ज्‍यादा फायदा राजस्‍थान के उन 7 जिलों को होगा जहां से इसके गुजरेगी।

यह भी पढ़ें:किसी ने शादी के बुन रखे थे सपने तो कोई कर रही थी बारात का इंतजार

दरअसल यह मांग उदयपुर सिटीजन सोसायटी की ओर से रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी से की गई। सोसायटी के अध्यक्ष क्षितिज कुम्भट ने बताया कि यह सोसायटी बीते 23 साल से इस मुद्दे पर संघर्षरत है। उदयपुर से गुजरने वाली बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाए तो उदयपुर के अंतरराष्ट्रीय रेलमार्ग से जुडऩे का सपना सच हो सकता है। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन के दिल्ली-मुम्बई रूट में उदयपुर शामिल है, लेकिन लम्बे समय से प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ा है।

यह भी पढ़ें: राजस्थान के विधायक बोले, इंस्पेक्टर ही तो है तू, क्या औकात है, तेरे को तमीज नहीं है

नए सोपान स्थापित होंगे
सोसायटी के पूर्व सदस्य स्वाधीनता सेनानी स्व. हुकमराज मेहता ने वर्ष 2001 में लंदन-कोलकाता-सिंगापुर वाया उदयपुर अंतरराष्ट्रीय रेलमार्ग का विजन प्रस्तुत किया था। तब भले ही बुलेट ट्रेन जैसी अवधारणा नहीं रही, लेकिन आज के परिप्रेक्ष्य में इस सपने में बुलेट ट्रेन की अवधारणा को जोड़ा जा सकता है। कुंभट ने बताया कि बुलेट ट्रेन के मार्ग में उदयपुर अंचल का बड़ा हिस्सा शामिल किया जाना प्रस्तावित है, ऐसे में उदयपुर से सिंगापुर तक अंतरराष्ट्रीय रेलमार्ग बड़ी चुनौती नहीं है। यदि इस मार्ग को बुलेट ट्रेन के लिए तैयार किया जाए तो पर्यटन, व्यापार और अन्य क्षेत्रों में समृद्धि के नए सोपान स्थापित होंगे। पश्चिम एशिया में रेल नेटवर्क की बात हो रही है, तब इस परियोजना के साथ सिंगापुर तक बुलेट ट्रेन का विजन भी जोड़ लिया जाए तो पश्चिम से पूरब तक कनेक्टिविटी का एक नया अध्याय स्थापित होगा।

यह भी पढ़ें:Western Disturbance बिगाड़ सकता है आदमी का बजट, महंगी हो सकती है खाने की थाली

राजस्थान के 7 जिलों में होंगे 9 स्टेशन
प्रस्‍तावित दिल्‍ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्‍ट का एक हिस्सा राजस्‍थान से होकर गुजरेगा, यहां बुलेट ट्रेन प्रदेश 7 जिलों से होकर गुजरेगी और इसके लिए 9 खास स्‍टेशन भी बनाए जाएंगे। मुंबई-अहमदाबाद रूट के बाद दिल्‍ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर को लेकर कार्य किया जाना प्रस्तावित है। इस रेल परियोजना की कुल लंबाई 875 किलोमीटर होगी जिसमें से 657 किलोमीटर का रूट राजस्‍थान से होकर गुजरेगा। अभी तक आ रही सूचना के आधार पर राजस्‍थान में बुलेट ट्रेन बेहरोर, शाहजहांपुर, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्‍तौड़गढ़, उदयपुर और डुंगरपुर में स्टेशन बनाया जाना प्रस्तावित है।