
मोहित शर्मा/ जयपुर. हैलो…दिस इस द रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, योर क्रेडिट कार्ड हैज बीन इनवॉल्वड इन फ्रॉडयूलेंट एक्टिविटी। ऑल बैंक अकाउंट इन योर नेम विल बी ब्लॉक्ड इन नेक्सट टू ऑवर्स। फॉर मोर इनफॉरमेंशन प्लीज प्रेस नाइन। यदि आपके पास भी ऐसा कोई फोन आए तो आप अलर्ट हो जाएं।
आजकल अनजान मोबाइल नंबर से आई कॉल रिसीव करने पर इस तरह का रिकॉर्डेड मैसेज लोगों को मिल रहा है। ऐसी कॉल से अधिकतर लोग न सिर्फ टेंशन में आ रहे हैं बल्कि हड़बड़ी में बताए गए उस नंबर को प्रेस कर यह जानने की कोशिश कर देते हैं कि आखिर उनका नंबर किन कारणों से बंद हो जाएगा। ऐसी अनेकों कॉल्स हर रोज मोबाइल यूजर्स को मिल रही हैं। अगर आप के पास भी इस तरह का कॉल आए तो घबराएं नहीं। यह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया या भारत सरकार का दूरसंचार विभाग नहीं बल्कि साइबर ठगों का ‘टेलीकॉम डिपार्टमेंट’ है। साइबर ठग लोगों से ठगी के रोज नए पैतरें अपना रहे हैं
क्रेडिट कार्ड को बता रहे अवैध एक्टिविटी में शामिल
बिजली बिल, पार्सल, दूरसंचार विभाग और अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नाम से इस नए तरीके के स्कैम का सामना राजधानी जयपुर सहित देशभर के अनेकों लोग कर रहे हैं। रोज लोगों के पास ऐसे फोन कॉल्स आ रहे हैं। लोग उनके कहने पर 9 नंबर को प्रेस भी कर रहे हैं। अब भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को ऐसी कॉल से आगाह किया है।
रिकॉर्डेड कॉल में कहा जाता है कि मोबाइल नंबर दो घंटे बाद डिस्कनेक्ट हो जाएगा। कुछ मामलों में यह धमकी भी दी जाती है कि उनका मोबाइल नंबर या क्रेडिट कार्ड अवैध एक्टिविटी में मिला है। ऐसी स्थिति में सतर्क रहें। जबकि टेलीकॉम डिपार्टमेंट या बैंक ऐसी कॉल नहीं करता है।
फर्जी कॉल्स की यहां करें शिकायत
चक्षु भारत सरकार के दूरसंचार डिपार्टमेंट का ऐसा ऑनलाइन पोर्टल है जो आमजन को साइबर क्राइम, फाइनेंशियल फ्रॉड, या खुद की पहचान बदलकर चीटिंग कॉल, व्हाट्सऐप के माध्यम से हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है। जैसे बैंक अकाउंट, वॉलेट, सिम, बिजली कनेक्शन, केवाईसी अपडेट, सेक्सटॉर्शन से संबंधित कम्युनिकेशन हैं। लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए दूरसंचार डिपार्टमेंट कहता है कि ऐसे किसी भी फ्रॉड की जानकारी संचार साथी पोर्टल पर दें जहां चक्षु नाम से पेज खुलता है। वहां अपनी डिटेल्स भरें। ऐसी जानकारी मिलने से विभाग को साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड से निपटने में मदद मिलती है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति साइबर क्राइम या फाइनेंशियल फ्रॉड का शिकार हो गया हो तो वह इसकी जानकारी साइबर क्राइम हेल्प नंबर 1930 और www.cybercrime.gov.in पर दें।
Published on:
25 Sept 2024 01:22 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
