
जयपुर।
यौन उत्पीड़न के संगीन आरोप के चलते जेल में बंद आसाराम को रहत मिलेगी या नहीं इसपर बुधवार यानी 25 अप्रेल को स्थिति साफ़ हो जायेगी। इस महत्वपूर्ण सुनवाई के लिए जोधपुर सेन्ट्रल जेल में ही कोर्ट बनाया गया है, जबकि शहर और आस-पास के इलाकों में कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। 30 अप्रैल तक जोधपुर में धरा 144 लगा दी गई है।
इधर, फैसले के मद्देनजर पीडि़ता के परिवार की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पीडि़ता के घर पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों को तैनात किया गया है जो घर के आसपास हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं।
जाने कौन है पीड़िता
आसाराम पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली पीड़िता उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाले है। पीड़िता ने जब देश में कथावाचक का जाना पहचाना नाम बन चुके आसाराम पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे तब वो छिंदवाड़ा आश्रम के कन्या छात्रावास में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी।
जानकारी के मुताबिक़ पीड़िता के पिता के पास 7 अगस्त 2013 को छिंदवाडा आश्रम से फ़ोन आया कि उनकी बेटी बीमार है। इस सूचना के बाद जब पीड़िता के परिजन वहां पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी बेटी पर भूत-प्रेत का साया है जिसे सिर्फ आसाराम ही ठीक कर सकते हैं।
पीड़िता की बताई जानकारी के मुताबिक़ 14 अगस्त को पीड़िता का परिवार आसाराम से मिलने उनके जोधपुर आश्रम पहुंचा। इसके अगले ही दिन यानी 15 अगस्त की शाम को आसाराम ने 16 वर्षीय पीड़िता को ठीक करने के बहाने अपनी कुटिया में बुला लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
देश को झकझोर गया मामला
यौन छेडछाड का यह मामला 20 अगस्त 2013 को सुर्ख़ियों में आया था। इस सिलसिले में एक एफआईआर दिल्ली के कमला नगर थाने में रात 2 बजे दर्ज की गई थी। रिपोर्ट में घटना जोधपुर के मड़ई में स्थित फार्म हाउस में 16 अगस्त की बताई गई। एफ़आईआर में लड़की ने आरोप लगाया कि आसाराम ने रात उसे कमरे में बुलाया और 1 घंटे तक व यौन छेड़छाड़ की।
मिल चुकी धमकियां
ये बातें भी कई बार सामने आईं कि पीड़ित परिवार को आसाराम के गुर्गों की ओर से कई बार अंजाम भुगतने की धमकियां मिल चुकीं हैं। लेकिन पीडि़ता और उसके परिवार ने आसाराम को सजा दिलाने के लिए पूरे साढ़े चार साल की लम्बी लड़ाई लड़ी।
'बयान बदलो वरना 500 लोग हमला करेंगे'
पीडि़ता के पिता ने बताया कि काफी समय पहले हमारे रिश्तेदार की शादी के समय मांडी गांव से कुछ लोग उनसे मिलने आए थे। उन्होंने रिश्तेदारों के जरिए धमकी दी कि वह गांव का प्रधान और आसाराम के आश्रम का संचालक है। उसी ने आकर धमकाया और बोला कि बयान नहीं बदलोगे तो हम 500 से 700 लोग लाएंगे और तुम पर हमला करेंगे। तुम्हारी बेज्जती भी होगी। उनके जाने के बाद हमारे रिश्तेदार ने फोन कर बताया कि तुम शादी में भी मत आना, तुम्हारे पीछे आसाराम के समर्थक लगे हुए हैं, कभी भी हमला कर सकते हैं।
न्यायपालिका पर भरोसा
पीड़िता के पिता का कहना है कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उनकी बेटी को न्याय जरूर मिलेगा और आसाराम को सजा मिलेगी। उन्होंने कहा, दुराचारी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कई बार लोगों ने बयान बदलवाने के लिए दबाव बनाया। एेसे दुराचारी कानून के शिकंजे में आ रहे हैं। अंधभक्त लोगों की भी आंखें खुलेंगी। पीडि़ता के पिता ने लोगों से अपील की कि एेसे लोगों के काले कारनामे बाहर आने दें। पांखडि़यों के चक्कर में नहीं आए। कोई तोडफ़ोड़-आगजनी नहीं करें, समाज का अहित भी नहीं करें।
पीडि़ता के घर सुरक्षा घेरा
शाहजहांपुर पुलिस ने पीडि़ता के घर की सुरक्षा कड़ी कर दी है। स्थानीय पुलिस अधीक्षक का कहना है कि लगातार पीडि़ता के घर पर निगरानी रखी जा रही है। जरूरत पड़ी तो सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी। पुलिस की सूचना इकाई लगातार इनपुट दे रही है। उसी अनुरूप सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
Published on:
24 Apr 2018 11:45 am
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