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सीएम Ashok Gehlot बोले, ‘Narendra Modi सरकार तीनों कृषि कानून वापस लें और अन्नदाता से माफ़ी मांगे’

गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, ‘केंद्र सरकार को अविलंब तीनों नये कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिये और अन्नदाता के साथ किये दुर्व्यवहार के लिये माफी मांगनी चाहिये।'

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सीएम Ashok Gehlot बोले, 'Narendra Modi सरकार तीनों कृषि कानून वापस लें और अन्नदाता से माफ़ी मांगे’

सीएम Ashok Gehlot बोले, 'Narendra Modi सरकार तीनों कृषि कानून वापस लें और अन्नदाता से माफ़ी मांगे’

जयपुर।

कृषि कानूनों पर गरमाए माहौल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक बार फिर तल्ख़ तेवर दिखाए हैं। गहलोत ने आज एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए मोदी सरकार पर ‘वर्चुअल’ प्रहार किए। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को तुरंत प्रभाव से वापस लेने के साथ ही किसानों से माफ़ी मांगने की मांग की है।

‘असंवैधानिक तरीके से पास करवाए गए बिल’

मुख्यमंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों, किसान सगंठनों, कृषि विशेषज्ञों से बिना चर्चा किए तीनों कृषि बिल बनाए हैं। इन तीनों बिलों को संसद में भी आनन-फानन में बिना चर्चा किए बहुमत के दम पर असंवैधानिक तरीके से पास कराया गया, जबकि विपक्ष इन बिलों को सेलेक्ट कमेटी को भेजकर चर्चा की मांग कर रहा था।

‘राष्ट्रपति की कोई मजबूरी रही होगी’

मुख्यमंत्री ने कहा कि नए किसान कानूनों पर किसानों की बात रखने के लिए पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महामहिम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। फिर हम सभी चारों कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने महामहिम राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा, जिससे किसानों की बातें रख सकें लेकिन राष्ट्रपति महोदय की कोई मजबूरी रही होगी इस कारण हमें समय नहीं मिल सका।

‘संवाद रखते तो ये हालात नहीं बनते’

उन्होंने कहा कि किसानों की बात केंद्र सरकार ने नहीं सुनी जिसके कारण आज किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं। लोकतंत्र के अंदर संवाद सरकार के साथ इस प्रकार कायम रहते तो यह हालात नहीं बनते एवं आम जन को तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता।

‘अन्नदाता से माफ़ी मांगे सरकार’

गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘केंद्र सरकार को अविलंब तीनों नये कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिये और अन्नदाता के साथ किये दुर्व्यवहार के लिये माफी मांगनी चाहिये।'