
राजस्थान विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त से सरकार गंवाकर भी अशोक गहलोत ही प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। फर्क बस इतना है कि फिलहाल उनके मुख्यमंत्री पद के आगे 'कार्यवाहक' शब्द ज़रूर रहेगा। इस सिलसिले में राज्य सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से बाकायदा एक विज्ञप्ति भी जारी हुई है। इस आदेश के अनुसार राज्य में नई सरकार का गठन नहीं होने तक अशोक गहलोत ही कार्यवाहक तौर पर मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और पहले के तरह ही काम करेंगे।
ये लिखा है विज्ञप्ति में
राजस्थान सरकार मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से 4 दिसंबर को जारी विज्ञप्ति में लिखा है, 'राजस्थान के राज्यपाल ने श्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान का त्यागपत्र दिनांक 3 दिसंबर 2023 से स्वीकार कर लिया है। श्री अशोक गहलोत, राजस्थान राज्य में नई सरकार के गठन तक पूर्व की भांति काम करते रहेंगे।' इस विज्ञप्ति में प्रमुख मुख्य सचिव दिनेश कुमार के हस्ताक्षर भी हैं।
चर्चा में रहा 'ऑर्डर'
अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बने रहने की खबर मंगलवार को दिन भर चर्चा में रही। मंत्रिमंडल सचिवालय की विज्ञप्ति सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होती रही। इस बीच राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड पर जारी प्रतिक्रियाओं में भी इस विज्ञप्ति को सर्कुलेट किया जा रहा था। विज्ञप्ति का हवाला देते हुए भाजपा के नेता के अलावा गोगामेड़ी के समर्थक इस हत्याकांड के पीछे गहलोत सरकार को ज़िम्मेदार बता रहे हैं।
'बायो' में अभी भी मुख्यमंत्री
निवर्तमान होने के साथ ही कार्यवाहक बने हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सोशल मीडिया अकाउंट्स के बायो में भी फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है। अपने सभी ऑफिशियल डिजिटल प्लेटफॉर्म गहलोत अब भी राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
Published on:
06 Dec 2023 12:28 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
