9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ASI सुरेंद्र सिंह का पैतृक गांव में अंतिम संस्कार: पास बैठकर रोती रही पत्नी, मां ने आखिरी बार दुलारा; बेटे ने दी मुखाग्नि

ASI Surendra Singh: सीएम भजनलाल शर्मा के काफिले में हुए हादसे में जान गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह का गुरुवार शाम उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

3 min read
Google source verification
ASI Surendra Singh's last rites
Play video

ASI Surendra Singh Funeral: जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में हुए हादसे में जान गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह (52) का गुरुवार शाम 4 बजे उनके पैतृक गांव नीमराणा (काठ का माजरा) में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस जवानों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद बेटे आकाश ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।

बता दें, अंतिम संस्कार के दौरान एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप, डीसीपी तेजस्वनी गौतम सहित कई पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वहीं, सरकार की तरफ से झुंझुनूं MLA राजेंद्र सिंह भांबू को भेजा गया, उन्होंने पुष्प चक्र अर्पित किए।

अंतिम विदाई से पहले तिरंगा यात्रा

जानकारी के मुताबिक पार्थिव देह को गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे जयपुर से नीमराणा लाया गया। वहां से हीरो चौक से उनके घर तक करीब ढाई किलोमीटर की दूरी तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। सैकड़ों युवाओं ने 'सुरेंद्र सिंह अमर रहें' के नारों के साथ यात्रा में हिस्सा लिया। घर पहुंचने पर मां किताब देवी (82) ने बेटे को आखिरी बार दुलारा, जिससे हर किसी की आंखें नम हो गईं। पत्नी सविता अंतिम दर्शनों के दौरान काफी देर तक पास बैठकर रोती रही, जिसे परिजनों ने संभाला। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।

यह भी पढ़ें : मृतक ASI की पत्नी का छलका दर्द, कहा- CM को बचाते हुए मेरे पति शहीद हो गए, लेकिन वो मिलने तक नहीं आए

बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह की मौत की खबर को परिजनों ने उनकी मां किताब देवी से छिपाए रखा था। उन्हें केवल यह बताया गया कि सुरेंद्र सिंह की तबीयत खराब है। लेकिन जब गुरुवार दोपहर 11.30 बजे यह खबर घर में पहुंची, तो सुरेंद्र के पुलिस विभाग से रिटायर्ड चाचा नाहर सिंह अपने आंसू नहीं रोक सके। इसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया।

इससे पहले सुरेन्द्र सिंह की पत्नी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा था। उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि मेरे पति मुख्यमंत्री को बचाते हुए शहीद हो गए, लेकिन CM साब मिलने तक नहीं आए। अगर मेरे पति उस समय वहां से हट जाते तो क्या होता, सरकार की तरफ से कोई नहीं आया हमारे पास, हमें लिखित में आश्वासन चाहिए।

यह भी पढ़ें : CM भजनलाल के काफिले में गाड़ी घुसाने वाले ड्राइवर की मौत, UAE से सामने आया था कनेक्शन; अब तक गई दो की जान

कौन थे ASI सुरेंद्र सिंह?

मुख्यमंत्री के काफिले में हादसे की भेंट चढ़कर जिंदगी गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह चौधरी मूल तौर पर नीमराणा के काठ का माजरा गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में जयपुर के वैशाली नगर में रहते हैं। सुरेंद्र सिंह के पिता इंडियन आर्मी में कैप्टन रह चुके थे। सुरेन्द्र सिंह की पत्नी वैशाली नगर की एक निजी स्कलू में टीचर के पद पर कार्यरत हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी हैं। जानकारी मुताबिक इनके बेटे ने हाल ही में MBBS की डिग्री हासिल की है।

सीएम के काफिले में हुआ था हादसा

दरअसल, यह हादसा बुधवार दोपहर जयपुर के जगतपुरा इलाके में अक्षय पात्र सर्किल पर हुआ था। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले के गुजरने के दौरान रॉन्ग साइड से आई एक टैक्सी गाड़ी ने ASI सुरेंद्र सिंह को टक्कर मार दी। ड्यूटी पर तैनात सुरेंद्र सिंह ने टैक्सी को रोकने की कोशिश की थी। हादसे में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिनमें सुरेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें जयपुर के जीवन रेखा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

यह भी पढ़ें : कौन हैं CM के काफिले में हुए हादसे में जान गंवाने वाले ASI सुरेंद्र सिंह? पुलिस महकमे में छाई शोक की लहर